छतरपुर : जिले से एक बार फिर एक बेहद अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां एक युवक के गुप्तांग में बोतल फंस गई. लोक लाज के मारे युवक ये बात किसी से बता नहीं सका और बॉटल पेट के अंदर पहुंच गई. दो तीन दिनों बाद जब युवक की जान पर बन आई तो उसे जिला हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया. यहां मामला देख डॉक्टर्स की टीम ने तुरंत तैयारी करली क्योंकि उन्होंने इससे पहले भी लौकी ओर दो बोतलें बाहर निकालने के ऑपरेशन किए थे.
5 डॉक्टर्स की टीम ने बचाई जान
डॉक्टर्स की टीम ने सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर पेट से बोतल को बाहर निकाला और युवक की जान बचा ली. दरअसल, मामला छतरपुर जिले का है जहां एक 25 वर्षीय युवक के मलद्वार में एक बोतल चली गई. जबतक दर्द बढ़ा नहीं उसने परिजनों को ये बात नहीं बताई. लेकिन जब हालत बिगड़ी तो उसने पूरा माजरा बताया और आनन फानन में उसे जिला हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया.
दवा लगाते वक्त हुई घटना
नोगाव थाना क्षेत्र में रहने वाले युवक के परिजनों के मुताबिक युवक को गुप्तांग में कीड़े काटने की परेशानी थी. वह दवा बोतल से ही लगा रहा था, तभी घटना घटी. वहीं, डॉक्टर मनोज चौधरी ने बताया, '' बताया गया कि दवा लगाते वक्त ये घटना हुई है, जिला अस्पताल के चार डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ की सहायता से सफलतापूर्वक युवक के पेट में चीरा लगाकर प्लास्टिक की बोतल को बाहर निकल गया है.''
ऑपरेशन में निकाली जा चुकी है लौकी
डॉक्टर मनोज चौधरी के मुताबिक, '' अब तक छतरपुर जिला अस्पताल में डॉक्टर की टीम के द्वारा एक लौकी और दो प्लास्टिक की बोतल मरीजों के पेट से बाहर निकाली जा चुकी हैं और वे सभी मरीज भी आज पूरी तरहा से ठीक हैं, लेकिन आज फिर ऐसा मामला सामने आया. ये ऑपरेशन 3-4 घंटे चला.'' गौरतलब है कि छतरपुर में ही मई 2005 में एक अधेड़ के गुप्तांग में कुछ युवकों द्वारा बॉटल डालने का मामले सामने आया था.