रक्षाबंधन का पर्व आ रहा है और इन अवसर पर मिठाई की खूब डिमांड होती है। भारत में कई बहुत सी ऐसी डेयरी हैं जहां दूध, खोवा, पनीर जैसी डेयरी उत्पादों में मिलावट का धंधा शुरू हो जाता है। खाद्य सामग्रियों की गुणवत्ता पर नजर रखने वाली संस्था FSSAI ने उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में डेक डेयरी में छापा मारकर मिलावटी डेयरी उत्पाद जब्त किए गए हैं। टीम ने मिलावटी दूध, खोवा और पनीर को मौके पर ही नष्ट कर दिया। भारत में खाने-पीने की चीजों में मिलावट आम बात है। इस तरह के केमिकल मिले खाद्य पदार्थों को खाने से पेट खराब होने से लेकर कैंसर तक कई कई गंभीर और जानलेवा समस्याओं को जोखिम होता है। चलिए जानते हैं कि दूध में मिलावट क्यों की जाती है, इसके क्या खतरे हैं और आप दूध में मिलावट की जांच कैसे कर सकते हैं।
18 खाद्य सैंपल जांच के लिए भेजे गए
Fssai ने इस घटना का एक वीडियो अपने एक सोशल हैंडल पर शेयर करते हुए लिखा, 'बाराबंकी में #UPFDA की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई की है। पनीर और खोवा बनाने वाली एक फैक्ट्री पर छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में मिलावटी डेयरी उत्पाद जब्त किए गए हैं। टीम ने मिलावटी दूध, खोवा और पनीर को मौके पर ही नष्ट कर दिया। इसके अतिरिक्त, 18 खाद्य सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।
जानलेवा है नकली दूध
हाल ही में आगरा में मिलावटी दूध पीने से दो मासूम बच्चों की मौत हो गई थी। जाहिर है हर घर में रोजाना दूध का इस्तेमाल होता है। ऐसा मिलावटी दूध सेहत के लिए जहर का काम करता है। आजकल मुनाफा कमाने के चक्कर में कुछ लोग लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। वो दूध की क्वालिटी और क्वांटिटी बढ़ाने के लिए खतरनाक केमिकल्स भी मिला देते हैं। ऐसा दूध पेट से लेकर किडनी, लिवर और हड्डियों को खराब कर सकता है।
दूध में मिलाए जाते हैं जहरीले केमिकल्स
डेयरी मालिक दूध में पानी के अलावा डिटर्जेंट, यूरिया, स्टार्च, ग्लूकोज, शैंपू, हाइड्रोजन पेरोक्साइड, फॉर्मेलिन और बोरिक एसिड जैसे केमिकल्स और जहरीले पदार्थ मिलाते हैं। ये सब रसायन शरीर के लिए बहुत खतरनाक होते हैं।
मिलावटी दूध पीने के नुकसान
ऐसा दूध पीने से पेट में दर्द, गैस, अपच, उल्टी और दस्त हो सकते हैं। इसमें मिले डिटर्जेंट और अन्य रसायन आंतों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है। इससे किडनी और लिवर पर भी प्रभाव पड़ सकता है। इतना है नहीं, जब आपको दूध के पोषक तत्व ही नहीं मिलेंगे तो आपकी हड्डियां भी कमजोर हो जाएंगी। कुछ रिसर्च के मुताबिक, इसमें मिला हाइड्रोजन पेरोक्साइड और फॉर्मेलिन जैसे रसायन लंबे समय तक सेवन करने पर कैंसर तक का कारण बन सकते हैं।
घर में नकली दूध की पहचान कैसे करें
एक चम्मच दूध को एक टेस्ट ट्यूब या किसी कांच के बर्तन में डालें। उसमें आधा चम्मच अरहर या सोयाबीन दाल का पाउडर मिलाएं। 5 मिनट बाद उसमें रेड लिटमस पेपर डालें। अगर उसका रंग नीला हो जाए, तो दूध में यूरिया मिला है।
नकली दूध की पहचान का दूसरा तरीका
थोड़ा दूध हाथ पर लेकर रगड़ें। अगर ज्यादा झाग बने, तो उसमें डिटर्जेंट मिला हो सकता है। दूध में आयोडीन की कुछ बूंदें डालें। अगर उसका रंग नीला हो जाए, तो दूध में स्टार्च मिला है।