जीएसटी में बदलाव से खेती की लागत कम होगी, किसानों का बढ़ेगा मुनाफा

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जीएसटी सुधारों के गिनाए लाभ  

नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश दौरे में पत्रकारों से बातचीत में जीएसटी को लेकर कहा कि जीएसटी सुधारों का कृषि क्षेत्र पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा, जिससे छोटे और मध्यम किसानों को लाभ होगा। उन्होंने बताया कि कृषि उपकरणों पर जीएसटी दरों में कमी से खेती की लागत कम होगी और किसानों का मुनाफा बढ़ेगा।
चौहान ने कहा कि जैव-कीटनाशकों और सूक्ष्म पोषक तत्वों पर जीएसटी कम किया गया है, जिससे किसानों को फायदा होगा। साथ ही रासायनिक उर्वरकों से जैव-उर्वरकों की ओर किसानों का रुझान बढ़ेगा। डेयरी क्षेत्र में दूध और पनीर पर अब जीएसटी नहीं लगेगा, जिससे न केवल आम जनता को लाभ होगा, बल्कि किसानों, पशुपालकों और दूध उत्पादकों को भी फायदा होगा। उनहोंने कहा कि पीएम मोदी और सरकार यह तय करने की कोशिश कर रही है कि आम जनता को कोई परेशानी न हो। कृषि मंत्री ने पीएम को धन्यवाद देते हुए कहा कि हमारा संकल्प है कि कृषि में उत्पादन लागत कम हो और उत्पादन बढ़े। इससे किसानों का मुनाफा बढ़ेगा।
चौहान ने कहा कि जीएसटी सुधारों से किसानों को कई लाभ होंगे। कुछ कंपनियों ने इसकी शुरुआत कर दी है। कृषि उपकरणों जैसे ट्रैक्टर, हार्वेस्टर और रोटावेटर पर जीएसटी को 18 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी किया गया है। उदाहरण के तौर पर 9 लाख रुपए का ट्रैक्टर अब 65,000 रुपए सस्ता हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे देश में किसानों की जोत छोटी है। इसलिए हम एकीकृत खेती को बढ़ावा दे रहे हैं, ताकि किसान खेती के साथ-साथ संबद्ध क्षेत्रों में भी काम कर सकें। उन्होंने कहा कि डेयरी क्षेत्र में मक्खन, घी और दूध के डिब्बों पर भी जीएसटी कम किया गया है, जिससे स्वदेशी उत्पादों की बिक्री बढ़ेगी और डेयरी क्षेत्र को प्रगति मिलेगी। 
उनहोंने कहा कि 12 जैविक कीटनाशकों और सूक्ष्म पोषक तत्वों पर भी जीएसटी कम किया गया है। उर्वरकों के कच्चे माल जैसे अमोनिया, सल्फ्यूरिक एसिड और नाइट्रिक एसिड पर जीएसटी 18 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी किया गया है। इससे उर्वरकों की कीमतें कम होंगी और किसानों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।