छतरपुर की बेटी ने किया कमाल! महिला वर्ल्ड कप स्टार क्रांति गौड़ को सरकार देगी ₹1 करोड़ का इनाम

भोपाल।  भारतीय टीम ने महिला वर्ल्ड कप 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया है. रविवार को खेले गए फाइनल में टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर पहली बार खिताब पर कब्जा किया. भारत की महिला वर्ल्ड कप टीम में एमपी के छतरपुर की क्रांति गौड़ भी शामिल थीं, जिन्होंने इस विश्व कप में 9 विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया और टीम को फाइनल तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई. क्रांति गौड़ के इस बेहतरीन प्रदर्शन पर एमपी सरकार ने उन्हें एक करोड़ रूपये की प्रोत्साहन राशि देने का ऐलान किया है. ये घोषणा सीएम मोहन यादव ने की है.

सीएम मोहन यादव ने टीम की जीत पर दी बधाई

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भारत की महिला क्रिकेट टीम की ऐतिहासिक जीत पर बधाई देते हुए कहा कि बीती रात प्रदेश की बेटी और देश की बेटियों ने जिस तरह से देश का नाम रोशन किया है, वह गर्व का विषय है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की बेटियां लगातार नई ऊंचाइयां छू रही हैं. भारतीय टीम की इस शानदार जीत में मध्य प्रदेश की बेटी क्रांति गौड़ भी शामिल हैं. उनकी उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखते हुए राज्य सरकार की ओर से उन्हें एक करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.

मध्‍य प्रदेश के छतरपुर जिले से हैं क्रांति गौड़

क्रांति गौड़ की कहानी संघर्ष और हिम्मत की मिसाल है. वे छतरपुर जिले के पास घुवारा गांव की रहने वाली हैं. उनके पिता पुलिस विभाग में कांस्टेबल रहे हैं और कुछ वर्ष पहले उन्हें निलंबित कर दिया गया था. छह भाई-बहनों में से एक क्रांति ने सीमित साधनों और कठिन परिस्थितियों में रहकर क्रिकेट सीखा. उनकी सबसे बड़ी ताकत है उनकी सटीक और स्टंप्स पर निशाना साधने वाली गेंदबाजी है. इसी हुनर के बल पर उन्होंने तेजी से राज्य की विभिन्न आयु वर्ग की टीमों में जगह बनाई.

भारत ने जीता विश्व कप का खिताब

हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारत ने विश्व कप ट्रॉफी जीतकर यह साबित किया कि बेटियां किसी भी मायने में बेटों से कम नहीं हैं. टूर्नामेंट की शुरुआत में लगातार तीन मैच हारने के बावजूद भारतीय टीम ने हिम्मत नहीं हारी और सेमीफाइनल में सात बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में पहुंची. फाइनल में जीत हासिल कर टीम इंडिया ने देश को गौरवान्वित किया. इस ऐतिहासिक जीत में मध्य प्रदेश की क्रांति गौड़ का प्रदर्शन भी अहम रहा. फाइनल मुकाबले में जब कप्तान हरमनप्रीत ने उन्हें गेंद सौंपी, तो उन्होंने दबाव भरे पलों में किफायती गेंदबाजी करते हुए तीन ओवरों में मात्र 16 रन दिए. हालांकि अंगूठे में चोट लगने के कारण उन्हें कुछ समय के लिए मैदान से बाहर रहना पड़ा, लेकिन उनकी गेंदबाजी ने टीम को मजबूती दी और जीत में योगदान निभाया. क्रांति की यह उपलब्धि न सिर्फ छतरपुर, बल्कि पूरे मध्य प्रदेश के लिए गर्व का क्षण है