भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम के विश्व कप जीतने पर प्रसन्नता जाहिर की है। उन्होंने मध्यप्रदेश के छतरपुर की बेटी क्रांति गौड़ से वीडियो कॉल पर बात की। दोनों के बीच भावनात्मक संवाद हुआ। सीएम डॉ. मोहन ने क्रांति से मैच के दौरान हुए अनुभवों के बारे में बात की। इसके बाद उन्होंने इस संवाद को सोशल मीडिया पर भी शेयर किया। बता दें, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महिला क्रिकेट टीम की ऑलराउंडर क्रांति गौड़ को एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। भारतीय महिला टीम ने रविवार देर रात नवी मुंबई में दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर इतिहास रचते हुए अपना पहला वनडे विश्व कप खिताब जीता है। क्रांति की सफलता ने न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे प्रदेश को गर्व से भर दिया है। स्थानीय लोगों ने भी मुख्यमंत्री की घोषणा का स्वागत किया और कहा कि यह सम्मान हर उस खिलाड़ी के लिए प्रेरणा है जो छोटे कस्बों से बड़े सपने लेकर आगे बढ़ रहा है।
भारतीया महिला क्रिकेट टीम को सीएम माेहन यादव ने दी बधाई
इस मौके पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने टीम की ऐतिहासिक जीत पर बधाई देते हुए कहा कि भारत की बेटियां आज हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की निरंतर प्रगति का प्रमाण है। उन्होंने विशेष रूप से मध्य प्रदेश की खिलाड़ी क्रांति गौड़ की सराहना की, जिन्होंने अपनी शानदार गेंदबाजी से टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई है। कल मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घोषणा की कि राज्य सरकार क्रांति गौड़ को प्रोत्साहन स्वरूप एक करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार देगी।
सीएम मोहन यादव ने वीडियो कॉल पर की क्रांति गौड़ से बात
छतरपुर जिले के घुवारा की रहने वाली क्रांति गौड़ से मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉल पर बातचीत भी की और उनके समर्पण व मेहनत की सराहना की। उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो साझा करते हुए लिखा कि विश्व विजेता @BCCIWomen की खिलाड़ी और मध्यप्रदेश की गौरव सुश्री क्रांति गौड़ को आज वीडियो कॉल करके ऐतिहासिक एवं अभूतपूर्व विजय की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। सीएम यादव ने आगे लिखा कि अपने लगन और परिश्रम से आप ऐसे ही आगे बढ़ते रहिए, देश और प्रदेश का नाम रोशन करते रहिए। हमारी सरकार हर कदम पर अपने युवाओं और खिलाड़ियों के साथ है।भारतीय महिला टीम की यह जीत देश के क्रिकेट इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गई है, क्योंकि यह किसी भी प्रारूप में भारतीय महिला क्रिकेट टीम का पहला विश्व कप खिताब है।
