मध्यप्रदेश में ‘चुनाव चोरी’ पर कांग्रेस की रिपोर्ट, बूथ स्तर पर होगा मतदाता सूची का सत्यापन

भोपाल: देशभर में मतदाता सूचियों को लेकर मचे हंगामे को मध्यप्रदेश कांग्रेस भुनाने के मूड में दिख रही है। कांग्रेस अब प्रदेश की मतदाता सूचियों में खामियां तलाशेगी और हर बूथ स्तर पर इसका सत्यापन कराएगी। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के निर्देश के बाद प्रदेश इकाई से मतदाता सूची का सत्यापन कराया जाना है।

मतदाताओं का सत्यापन कराएगी पार्टी

पार्टी की कार्ययोजना के अनुसार वर्ष 2023 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनाव के समय जिन लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाए गए, जोड़े या संशोधित किए गए। उनकी पहचान करके एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए जनवरी 2026 तक का लक्ष्य रखा है। कांग्रेस पदाधिकारियों के अनुसार प्रदेशभर के 65 हजार कार्यकर्ताओं को बूथों पर भेजकर मतदाताओं का सत्यापन कराया जाएगा।
 
राष्ट्रीय नेतृत्व को भेजेंगे रिपोर्ट

इसकी रिपोर्ट पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को भेजी जाएगी। खामियां मिलने पर मुद्दे को उठाते हुए चुनाव आयोग में आपत्ति दर्ज कराई जाएगी। इसके बाद मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव-2023 को लेकर चुनाव-चोरी पर रिपोर्ट जारी की जाएगी।

2018 से पहले की मतदाता सूची में थी भारी गड़बड़ी

आपको बता दें कि पूर्व सीएम कमल नाथ और दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस के कई नेताओं ने दावा किया था कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी थी। पार्टी की शिकायत के बाद कई नाम हटाए गए थे। 2023 के चुनाव में भी प्रमाण सहित शिकायतें की गई थीं, जिनमें से कुछ पर कार्रवाई भी हुई।

2023-24 की मतदाता सूची का होगा निरीक्षण

अब वर्ष 2023 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनाव में मतदाता सूची के पुनरीक्षण के बाद जो परिवर्तन हुआ था, उसकी जांच होगी। इन चुनाव के समय की मतदाता सूची लेकर बूथ लेवल एजेंट मतदान केंद्रों पर जाएंगे। यहां चिन्हित मतदाताओं के घर जाएंगे और यह पता करेंगे कि जो परिवर्तन हुए थे, वे सही थे या नहीं।