शेयर बाजार में जब भी कीमती धातुओं की चर्चा होती है, अक्सर चांदी और सोने का नाम सबसे पहले आता है, लेकिन इस बार कहानी बदली हुई है| चांदी नहीं, बल्कि कॉपर यानी तांबे की आंधी ने बाजार में ऐसा माहौल बनाया कि एक सरकारी कंपनी का मार्केट कैप पहली बार 50,000 करोड़ रुपये के पार निकल गया | यह कमाल किया है हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड ने जिसके शेयरों में हाल के दिनों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है |
सोमवार को हिंदुस्तान कॉपर के शेयर में जोरदार खरीदारी दिखी. स्टॉक करीब 11 फीसदी की तेजी के साथ अपने 52 हफ्तों के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया. लगातार सात ट्रेडिंग सेशन से चल रही इस रैली में शेयर लगभग 50 फीसदी तक चढ़ चुका है. इस तेज उछाल की वजह से कंपनी का कुल मार्केट वैल्यूएशन पहली बार 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया, जो निवेशकों के भरोसे को साफ दिखाता है |
तांबे की कीमतों ने बदली तस्वीर
इस तेजी की सबसे बड़ी वजह है तांबे की कीमतों में आई भारी उछाल. देश और दुनिया दोनों बाजारों में कॉपर की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं. MCX पर तांबा मजबूत हुआ. वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी कीमतें ऊपरी स्तरों के करीब पहुंच गईं | माना जा रहा है कि अमेरिका द्वारा तांबे पर आयात शुल्क लगाने की आशंका और कुछ खदानों में सप्लाई बाधित होने से कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है | जब तांबे की कीमतें बढ़ती हैं, तो सीधा फायदा हिंदुस्तान कॉपर जैसी कंपनियों को होता है, क्योंकि उनकी कमाई और मार्जिन बेहतर हो जाते हैं |
EV और इलेक्ट्रिफिकेशन की बड़ी भूमिका
आज की दुनिया तेजी से इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) और इलेक्ट्रिफिकेशन की ओर बढ़ रही है. EV, पावर ग्रिड, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में तांबे की भारी मांग होती है. इसी वजह से लंबे समय में कॉपर की डिमांड मजबूत बनी रहने की उम्मीद है. यही कारण है कि निवेशक तांबे से जुड़ी कंपनियों में दिलचस्पी दिखा रहे हैं और हिंदुस्तान कॉपर इसका बड़ा फायदा उठा रहा है |
कितनी तेजी दिखा चुका है स्टॉक?
अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो स्टॉक का प्रदर्शन चौंकाने वाला है. पिछले एक महीने में शेयर करीब 40 फीसदी से ज्यादा चढ़ चुका है. वहीं, साल की शुरुआत से अब तक इसमें लगभग दोगुना रिटर्न मिल चुका है. लंबी अवधि के निवेशकों के लिए तो यह स्टॉक मल्टीबैगर साबित हुआ है, जिसने बीते पांच सालों में कई गुना रिटर्न दिया है |
निवेशक क्या करें?
मार्केट एक्सपर्ट्स मानते हैं कि शॉर्ट टर्म में इतनी तेज़ी के बाद मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है. इसलिए छोटे समय के निवेशक स्टॉप-लॉस या प्रॉफिट बुकिंग पर ध्यान दे सकते हैं | वहीं, जो निवेशक लंबी अवधि के लिए सोच रहे हैं, उनके लिए सलाह है कि ऊंचे स्तर पर जल्दबाजी न करें. किसी अच्छी गिरावट पर खरीदारी करना ज्यादा समझदारी भरा कदम हो सकता है, क्योंकि कॉपर की स्ट्रॉन्ग डिमांड स्टोरी फिलहाल बरकरार है |
