वुटिप तूफान से हड़कंप, सैकड़ों कर्मी समुद्री प्लेटफॉर्म्स से हटाए गए

दक्षिण चीन सागर में बना एक ट्रॉपिकल डिप्रेशन बुधवार सुबह पहला बड़ा तूफान बन गया है, जिसका नाम है वुटिप. ये तूफान अगले तीन दिनों तक दक्षिण चीन के कई इलाकों में भारी बारिश और तेज हवाओं के साथ तबाही मचा सकता है.

चीन की राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (NMC) के मुताबिक, वुटिप शुक्रवार को हाइनान और ग्वांगडोंग के तटीय इलाकों से टकरा सकता है. ये इस साल का पहला तूफान होगा जो चीन की जमीन से टकराएगा.

बाढ़, भूस्खलन का खतरा बढ़ा
हाइनान, ग्वांगडोंग और ग्वांग्शी जैसे दक्षिणी इलाकों में बुधवार से शनिवार तक भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है. हाइनान के मध्य और पूर्वी हिस्सों में 100 से 150 मिमी तक बारिश हो सकती है. इसके चलते इन क्षेत्रों में बाढ़, भूस्खलन और नदियों के उफान का खतरा बढ़ गया है.

सरकारी तैयारियां जोरों पर
चीन की आपदा प्रबंधन एजेंसियों ने लेवल IV से बढ़ाकर लेवल III अलर्ट जारी कर दिया है. हाइनान और ग्वांगडोंग में बाढ़ और तूफान से निपटने के लिए टीमें भेज दी गई हैं. कई इलाकों में नौका सेवाएं बंद कर दी गई हैं, सैंकड़ों कर्मियों को समुद्री प्लेटफॉर्म्स से हटाकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है.

क्यों अलग है वुटिप?
आंकड़ों के अनुसार, इस साल का पहला तूफान औसत से दो महीने देर से बना है. आमतौर पर पहला तूफान मार्च में बनता है, लेकिन इस बार जून में बना है. हालांकि ये 13 जून को जमीन से टकराएगा, जो औसतन 27 जून के मुकाबले जल्दी है. विशेषज्ञों के मुताबिक, ये देर से आना खेती और मछली पकड़ने के मौसम के लिए बेहतर है, लेकिन अब जब यह बन चुका है, तो पूरी सतर्कता ज़रूरी है.

लोगों को क्या आदेश दिए गए हैं?
मौसम विभाग ने लोगों को चेतावनी दी है कि तूफान के असर वाले इलाकों में पेड़ों को बांधें, ढीले निर्माणों को मज़बूत करें, और स्थानीय प्रशासन की चेतावनियों पर ध्यान दें. समुद्री गतिविधियां पूरी तरह रोक दी गई हैं और लोगों को घरों में सुरक्षित रहने की सलाह दी गई है.