दमोह: नदी में नहाने गई महिला को मगरमच्छ ने बनाया निशाना, गांव में हड़कंप

दमोह। दमोह जिले के नोहटा थाना के कनिया घाट पटी गांव से निकली व्यारमा नदी में शुक्रवार सुबह दर्दनाक हादसा हो गया। नदी पर अपनी साथी महिलाओं के साथ नहाने गई एक महिला को मगरमच्छ ने खींच लिया और नदी के पानी में ले गया। ग्रामीणों ने तत्काल पीछा किया तो करीब एक घंटे बाद महिला का शव नदी के दूसरे घाट पर मिल गया। शव बाहर निकालने के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने अभाना में जाम लगा दिया। जिसे प्रशासन ने खुलवाया और उचित मुआवजे के साथ मगरमच्छ को पकड़ने की बात कही गई। उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।

जानकारी के अनुसार मालतीबाई पति मेघराज सिंह नदी में नहाने गई थी। तभी अचानक मगरमच्छ ने उस पर हमला बोल दिया और उसके पैर को दबोच कर उसे अपने साथ खींच कर गहरे पानी में ले गया। इस दौरान ग्रामीणों ने महिला को ले जाते मगरमच्छ का वीडियो भी बनाया और पुलिस और वन विभाग को सूचना दी। इसके बाद वन विभाग की टीम और एसडीआरएफ की टीम गांव पहुंची और महिला को खोजने का प्रयास किया। ग्रामीण लगातार मगरमच्छ का पीछा कर रहे थे। करीब एक घंटे बाद नदी के दूसरे छोर पर महिला का शव झाड़ियों में फंसा मिला।

महिला की मौत की खबर सुनने के बाद पूरा गांव नदी किनारे एकत्रित हो गया है। घटना को लेकर लोग दुखी भी हैं और दहशत में भी है हालांकि वन विभाग के द्वारा मगरमच्छ के जोखिम से संभावित कई चिन्हित स्थानों पर नदी के किनारे मगरमच्छ के होने की चेतावनी के बोर्ड लगाए गए हैं। मुनादी भी कराई जाती है। रात के समय या अकेले में नदी किनारे न जाएं। बीते दो वर्ष से दमोह जिले में मगरमच्छ के हमले की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। इसका प्रमुख कारण है नदियों में मगरमच्छों की संख्या बढ़ना, जो कई बार नदी से निकलकर गांव तक पहुंच जाते हैं।

आठ साल के बालक को ले गया था मगरमच्छ

पिछले साल इसी गांव के नजदीक हटरी गांव में अपने पिता के साथ नहा रहे एक आठ साल के बालक को मगरमच्छ पानी में खींच ले गया था। जिसका अगले दिन शव मिला था।

परिजनों ने लगाया जाम

मगरमच्छ के हमले में महिला की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने अभाना गांव में सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिस कारण दमोह जबलपुर हाईवे पर जाम लग गया। नायब तहसीलदार आशुतोष गुप्ता, थाना प्रभारी अभिषेक पटेल, उपवन मंडल अधिकारी एमडी मानिकपुरी, रेंजर विक्रम चौधरी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाइश दी। अधिकारियों ने उचित मुआवजे का आश्वासन दिया। व्यारमा नदी में मौजूद मगरमच्छ का भी रेस्क्यू कर उसे बाहर निकालने की बात कही। तब परिजन माने और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया।