जनजाति बहुल गांवों में लोगों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की मुहिम तेज होने जा रही है। धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के लिए प्रदेश के 26 जिलों को चुना गया है, जहां ब्लाक और ग्राम स्तर पर शिविर लगाकर जनजातीय समाज के लोगों के आधार कार्ड बनाए जाएंगे और अन्य योजनाओं का लाभ दिया जाएगा।
धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो अक्टूबर 2024 को किया था। प्रदेश में अभियान के लिए चिह्नित किए गए जिलों में अंबेडकरनगर, बहराइच, बलिया, बलरामपुर, बाराबंकी, बस्ती, भदोही, बिजनौर, चंदौली, देवरिया, गाजीपुर, गोरखपुर, जौनपुर, लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, ललितपुर, महराजगंज, महोबा, मीरजापुर, पीलीभीत, प्रयागराज, संतकबीरनगर, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, सीतापुर और सोनभद्र शामिल हैं।
इनके 47 ब्लाक व 517 ग्रामों में मिशन मोड पर काम किया जाएगा। अभियान के तहत जनधन खाते खोले जाएंगे। पात्रों को आयुष्मान भारत योजना और पीएम किसान योजना, छात्रवृत्ति आदि का लाभ दिया जाएगा। अन्य सामाजिक सुरक्षा संबंधी योजनाओं से भी इन गांवों को संतृप्त किया जाना है।
समाज कल्याण विभाग के अनुसार अभियान में ग्राम्य विकास, जल जीवन मिशन, जल शक्ति, ऊर्जा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, खाद्य एवं रसद, महिला कल्याण एवं बाल विकास, माध्यमिक शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास, कृषि, मत्स्य, पशुपालन, पंचायती राज, पर्यटन, एमएसएमई आदि विभागों को जिम्मेदारी दी गई है।