बुरहानपुर : शहर में पिछले 3 दिन से डायरिया का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. अब तक डायरिया से 130 से ज्यादा लोग ग्रसित हो चुके हैं. इनमें से 30 लोगों को डिस्चार्ज किया गया है, जबकि 100 मरीज अब भी जिला अस्पताल में भर्ती हैं. डायरिया से अब तक 02 लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें 55 वर्षीय महिला और 13 माह के बच्चा शामिल है. हालांकि, प्रशासन इन मौतों का कारण डायरिया नहीं मान रहा है. प्रशासन का कहना है इन्हें पहले से और बीमारी थी.
खंडवा मेडिकल कॉलेज की टीम पहुंची
सोमवार को खंडवा मेडिकल कॉलेज से डॉक्टरों का जांच दल बुरहानपुर पहुंचा. उन्होंने मरीजों से चर्चा की. साथ ही डायरिया फैलने के कारणों का पता लगाने के लिए सैंपल जुटाए. वहीं, डायरिया से बीमार हुए 100 लोगों का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है.
रविवार को डायरिया से आजाद नगर निवासी रूखसाना बानो की मौत हो चुकी है, जबकि सोमवार को दूसरी मौत 13 वर्षीय बच्चे की हुई. इससे प्रशासन की नींद उड़ गई है. सीएमएचओ डॉ.आरके वर्मा से मीडिया ने डायरिया पीड़ित मरीजों की संख्या पूछी तो कोई जवाब नहीं मिला.
सीएमएचओ ने दोनों मौत को डायरिया से नहीं जोड़ा
सीएमएचओ डॉ. आरके वर्मा ने बताया "दोनों मौतों को डायरिया से नहीं जोड़ना चाहिए. इन दोनों को पहले से बीमारी थी." दूसरी तरफ, प्रशासनिक अधिकारी अस्पताल और वार्डों का निरीक्षण कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि शहर के आधा दर्जन से ज्यादा वार्डों में डायरिया ने कहर बरपाया है. पिछले 03 दिन से लोग उल्टी, दस्त और बुखार जैसी समस्या लेकर जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं. आलम यह है कि जिला अस्पताल के वार्ड मरीजों से खचाखच भर गए हैं.
घर-घर ओआरएस और क्लोरीन की गोलियां वितरित
बुरहानपुर जिला अस्पताल के डॉक्टरों का दावा है कि इलाज के बाद डायरिया के 30 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है. जो मरीज भर्ती किए गए हैं, उनका बेहतर इलाज चल रहा है, मरीजों को पर्याप्त दवाइयां और ओआरएस दिया जा रहा है. डायरिया प्रभावित शहर के वार्डों में स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार दौरे कर रही हैं.
इन इलाकों में टीमें घर-घर जाकर ओआरएस और क्लोरीन की गोलियां वितरित की जा रही है. नगर निगम ने पेयजल के सैंपल भी जांच के लिए भेज दिए हैं. अपर कलेक्टर वीर सिंह चौहान का कहना है "मरीजों की संख्या पहले से कम हो रही है."
