कम्फर्ट के चक्कर में आप भी पहन लेते हैं मैले या फटे कपड़े? अपनी तरक्की के आप खुद हैं दुश्मन, कंगाल होने से पहले…

हमारी रोजमर्रा की आदतें सिर्फ हमारे स्वास्थ्य और सोच को ही नहीं, बल्कि हमारे ग्रहों की स्थिति को भी प्रभावित करती हैं. विशेष रूप से शुक्र ग्रह, जो जीवन में सौंदर्य, ऐशोआराम, प्रेम, वैभव और सुख-सुविधाओं का प्रतिनिधित्व करता है, वह हमारे पहनावे और रहन-सहन से सीधे जुड़ा होता है. शुक्र ग्रह अगर मजबूत होता है, तो व्यक्ति के जीवन में प्रेम, आकर्षण, पैसे, गाड़ी, घर और रिश्तों में संतुलन बना रहता है. लेकिन अगर यही शुक्र कमजोर हो जाए तो व्यक्ति चाहे जितनी मेहनत करे, उसके जीवन में कष्ट, गरीबी, विवाद और असंतोष बना रहता है.  ऐसी कौन-कौन सी आदतें हैं जो शुक्र ग्रह को कमजोर कर देती हैं और कब आपकी एक छोटी सी गलती जीवन में भारी परेशानी खड़ी कर सकती है.
1. लगातार पुराने, मैले या फटे कपड़े पहनना
बहुत से लोग आराम या आलस के चलते घर में या बाहर जाते समय भी पुराने या ढीले-ढाले कपड़े पहनते हैं. यह आदत न केवल आत्म-विश्वास को कमजोर करती है, बल्कि शुक्र को भी नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है. शुक्र का संबंध सुंदरता और स्वच्छता से है. अगर आप बार-बार गंदे, पुराने या फटे कपड़े पहनते हैं, तो यह ग्रह अप्रसन्न हो सकता है. इससे आपके आकर्षण में कमी आती है और लोग आपकी ओर ध्यान नहीं देते.

2. इत्र, खुशबू या तेल का उपयोग न करना
शुक्र ग्रह को महक, सुंदरता और सौंदर्य प्रसाधनों से विशेष लगाव होता है. ऐसे में अगर आप पसीने की बदबू के साथ रहते हैं, बालों में तेल नहीं लगाते या इत्र-सुगंध का उपयोग नहीं करते, तो ये आदतें शुक्र को कमजोर कर देती हैं. ज्योतिष के अनुसार, जब शुक्र कमजोर होता है तो व्यक्ति सामाजिक रूप से अनाकर्षक लगने लगता है और रिश्तों में दूरी आने लगती है.

3. बिखरा-बिखरा रहना और गंदे बिस्तर पर सोना
अगर आप घर में भी अस्त-व्यस्त रहते हैं, बिस्तर को साफ-सुथरा नहीं रखते या रोज नहाकर कपड़े नहीं बदलते, तो ये सभी बातें शुक्र के लिए अशुभ संकेत मानी जाती हैं. शुक्र साफ-सफाई, व्यवस्था और आंतरिक ऊर्जा का प्रतीक है. गंदगी और अव्यवस्था शुक्र को नकारात्मक बना सकती है, जिससे धन हानि, रिश्तों में खटास और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां जन्म लेती हैं.
4. फटे जूते-चप्पल या घिसे बेल्ट का इस्तेमाल
कई लोग लंबे समय तक एक ही जूते या बेल्ट का इस्तेमाल करते हैं, चाहे वह टूट जाए या घिस जाए. यह आदत भी शुक्र को पीड़ा देती है. पुराने, टूटे, बदरंग या गंदे फैशन एक्सेसरीज का उपयोग करने से आपके व्यक्तित्व में नकारात्मकता आती है. यह आपके आत्मबल को कमजोर कर सकता है और आपके आसपास के लोगों के साथ संबंधों को भी प्रभावित कर सकता है.

5. साफ-सुथरा और संतुलित खानपान का अभाव
शुक्र ग्रह स्वाद, मिठास और तालमेल का प्रतिनिधि है. अगर आप बार-बार बासी खाना, जूठा या असंतुलित भोजन करते हैं, तो इससे न केवल स्वास्थ्य बिगड़ता है बल्कि शुक्र भी कमजोर होता है. इससे त्वचा से जुड़ी समस्याएं, मूड स्विंग, और प्रेम संबंधों में खटास जैसे दुष्प्रभाव हो सकते हैं.

शुक्र को प्रसन्न करने के उपाय
1. हर शुक्रवार सफेद या गुलाबी रंग के साफ कपड़े पहनें.
2. सुगंधित इत्र या चंदन का तिलक लगाएं.

3. दुर्गा या लक्ष्मी माता की पूजा करें, सफेद मिठाई चढ़ाएं.
4. कभी फटे पुराने कपड़े या जूते दान न करें, बल्कि अच्छे साफ वस्त्र ही दान करें.

5. अपने बेडरूम को साफ-सुथरा और सुसज्जित रखें.