वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक एग्जिक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें रूसी तेल की निरंतर खरीद के जवाब में भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया है. इसके साथ ही अब भारत से आयात होने वाले सामान पर लगने वाला टैरिफ बढ़कर 50 फीसदी हो गया है.
यह टैरिफ दो फेज में लागू होगा. पहले फेज में 7 अगस्त से भारत से आयात सामान पर 25 प्रतिशत टैरिफ लागू होगा, जबकि एडिशन टैरिफ 27 अगस्त से लागू होगा. उन्होंने यह कदम मंगलवार को भारत पर भारी टैरिफ लगाने की चेतावनी के एक दिन बाद उठाया है. ट्रंप का कहना है कि किसी भी देश की प्रतिक्रिया के हिसाब से इसमें बदलाव संभव है.
उन्होंने कहा, "मुझे विभिन्न वरिष्ठ अधिकारियों से अन्य बातों के अलावा, यूक्रेन की स्थिति के संबंध में रूसी संघ सरकार की कार्रवाइयों के बारे में अतिरिक्त जानकारी मिली है. इस अतिरिक्त जानकारी पर विचार करने के बाद, मुझे लगता है कि कार्यकारी आदेश 14066 में वर्णित राष्ट्रीय आपातकाल जारी है और रूसी संघ सरकार की कार्रवाइयां और नीतियां संयुक्त राज्य अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के लिए एक असामान्य और असाधारण खतरा बनी हुई हैं."
'अतिरिक्त टैरिफ लगाना आवश्यक है'
कार्यकारी आदेश 14066 में वर्णित राष्ट्रीय आपातकाल से निपटने के लिए मैं यह निर्धारित करता हूं कि भारत, जो डायरेक्ट या इनडायरेक्ट रूप से रूसी संघ से तेल आयात कर रहा है. ऐसे में उसके के आयात पर अतिरिक्त टैरिफ लगाना आवश्यक और उचित है. मेरे विचार से एग्जिक्यूटिव ऑर्डर 14066 में वर्णित राष्ट्रीय आपातकाल से निपटने के लिए किए गए अन्य उपायों को जारी रखने के अलावा, नीचे वर्णित टैरिफ लगाने से, कार्यकारी आदेश 14066 में वर्णित राष्ट्रीय आपातकाल से अधिक प्रभावी ढंग से निपटा जा सकेगा.
बता दें कि ट्रंप ने मंगलवार को कहा था कि भारत एक अच्छा ट्रेड पार्टनर नहीं रहा और वह रूसी तेल की निरंतर खरीद के मद्देनजर 24 घंटों में भारत से आयातित सामान पर वर्तमान 25 प्रतिशत की दर से और भारी टैरिफ बढ़ा देंगे.
लागू कानून के अनुरूप संयुक्त राज्य अमेरिका के सीमा शुल्क क्षेत्र में आयातित भारत की वस्तुओं पर 25 प्रतिशत एक्स्ट्रा टैरिफ लागू होगा. इस आदेश की धारा 3 के अधीन, यह शुल्क दर उन वस्तुओं पर लागू होगा, जो इस आदेश की तारीख के 21 दिन बाद उपभोग के लिए गोदाम में प्रवेश करेंगी या उपभोग के लिए गोदाम से निकाली जाएंगी,
हालांकि, आदेश उन चीजों पर लागू नहीं होगा जो 21 दिन बाद रात 12 बजकर 1 मिनट से पहले संयुक्त राज्य अमेरिका में एंट्री करने के लिए बंदरगाह पर मौजूद किसी भी जहाज पर लादी गई थीं और 17 सितंबर, 2025 को रात 12 बजकर 1 मिनट जे से पहले उपभोग के लिए प्रवेश करती हैं या उपभोग के लिए गोदाम से निकाल ली जाएंगी.
प्रियंका चतुर्वेदी ने साधा निशाना
एडिशन टैरिफ की घोषणा के बाद शिवसेना (UBT) सांसद ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, "पहले के 25 प्रतिशत से 25 फीसदी अतिरिक्त. क्या भारत अब दुनिया का सबसे ज्यादा टैरिफ वाला देश है शायद भारत के व्यापार मंत्री हमें बताएं.
शशि थरूर ने चिंता जताई
वहीं, कांग्रेस के लोकसभा सांसद शशि थरूर ने रूसी तेल की खरीद के कारण भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने के फैसले पर चिंता व्यक्त की और इसे भारत के निर्यात के लिए एक गंभीर झटका बताया. उन्होंने कहा, "इससे हमारा कुल टैरिफ 50 प्रतिशत हो जाएगा और इससे अमेरिका में बहुत से लोगों के लिए हमारे सामान खरीदना मुश्किल हो जाएगा."
'सभी मंत्री चुप क्यों हैं?'
इस संबंध में शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा, "…कोई भी मंत्री इसका जवाब क्यों नहीं दे रहा है?… सभी मंत्री चुप क्यों हैं? क्या संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ व्यापार समझौता हुआ है या नहीं?…"
भारत ने अमेरिका पर साधा निशाना
इस हफ्ते की शुरुआत में ट्रंप ने नई दिल्ली पर टैरिफ बढ़ाने की चेतावनी दी थी. इसके बाद भारत सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी. विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में अमेरिका और यूरोपीय संघ पर नई दिल्ली को निशाना बनाने का आरोप लगाया था. विदेश मंत्रालय ने अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच व्यापारिक संबंधों का हवाला देते हुए ट्रंप की भारत को दी गई धमकियों को अनुचित करार दिया था.