नागचंद्रेश्वर मंदिर के रात 12 बजे खुले पट, सिद्धेश्वर महादेव ने भक्तों को दिए दर्शन

उज्जैन: हिंदू धर्म में नाग पंचमी का विशेष महत्व है. हिंदू कैलेंडर के मुताबिक नाग पंचमी हर वर्ष श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर मनाई जाती है. इस साल नाग पंचमी का पर्व देशभर में 29 जुलाई को मनाया जा रहा है. आज के दिन लोग खासकर नाग देवता की पूजा करते हैं. उज्जैन में नाग देवता का प्राचीन मंदिर स्थित है, जो साल में एक बार नाग पंचमी को 24 घंटे के लिए श्रद्धालुओं के लिए खुलता है. जहां नाग दोष निवारण सहित पूजा पाठ पूरे दिन चलता है.

साल में एक बार खुलते हैं मंदिर के कपाट

बता दें कि उज्जैन में बाबा महाकाल मंदिर के शिखर पर भगवान नागचंद्रेश्वर की अति दुर्लभ प्रतिमा है. यहां शेष शैय्या पर शिव परिवार विराजमान है. साथ ही पास में गर्भगृह में सिध्देश्वर महादेव विराजमान हैं. दोनों मंदिर साल में एक बार भक्तों के लिए खुलते हैं. यहां पूरे साल में भक्तों को मात्र 24 घंटे दर्शन होते हैं. बाकी समय में इन मंदिरों में भक्तों का प्रवेश वर्जित रहता है.

पट खुलते ही दर्शन के लिए लगा तांता

महाकालेश्वर मंदिर में तीसरी मंजिल में मौजूद नागचंद्रेश्वर के पट 28-29 जुलाई की दरमियानी रात 12 बजे मंदिर के महंत एवं महानिर्वाणी पंचायती अखाड़े के महामंडलेश्वर विनीत गिरी महाराज ने खोले. नागचंद्रेश्वर एवं सिध्देश्वर महादेव का पूजन अर्चन किया. परंपरा का निर्वहन करते हुए षोडषोपचार पूजन के साथ सबसे पहले भगवान गणेश का पूजन हुआ. नारियल बदार कर पट खोले गए फिर साम्बसदाशिव, गजलक्ष्मी, भगवान विष्णु फिर ऊपर नागचंद्रेश्वर का पूजन फिर सिद्धेश्वर महादेव का पूजन कर देश, प्रदेश में सुख समृद्धि बनी रहे मंगलकामना की गई.

रात 12 बजे मंत्रियों ने परिवार संग किए दर्शन

रात 12 बजे पूजन के दौरान उज्जैन प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सम्पतिया उइके, पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी परिवार संग शामिल हुए. कुछ ही देर बाद आम भक्तों के दर्शन का क्रम बरसते पानी में शुरू हुआ. मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी परिवार संग रात 2 बजे दर्शन किए. दर्शन का क्रम अब 29 जुलाई की रात 12 बजे तक जारी रहेगा. मंगलवार को दोपहर 12 बजे शासकीय पूजन कलेक्टर, एसपी, कमिश्नर परिवार संग एवं संध्या पूजन महाकाल मंदिर के पुजारी करेंगे. इसे त्रिकाल पूजन कहा गया है.

10 लाख भक्तों का अनुमान

कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने कहा, "पट खुलते ही भक्तों को दर्शन लाभ मिल रहा है. मंदिर प्रबंधन और प्रशासन द्वारा सारी व्यवस्थाएं वाहन पार्किंग से लेकर चारधाम मंदिर, हरसिद्ध मन्दिर, बड़ा गणेश के यहां बैरकेटिंग तक. विश्राम धाम, नागचंद्रेश्वर एवं सिध्देश्वर महादेव के दर्शन लाभ भक्त 40 से 60 मिनट के बीच दर्शन कर लौट रहे है. इसके अलावा महाकाल बाबा के दर्शन की अलग व्यवस्था है. इन 24 घंटों में 8 से 10 लाख भक्तों द्वारा दर्शन किए जाने का अनुमान है."

भक्तों की सुविधाओं का रखा गया ख्याल

मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, "ये सौभाग्य की बात है पूरे देश में मालवा की भूमि पर नागचंद्रेश्वर के साल में एक बार दर्शन होते हैं. मैं अनेकों वर्षों से आ रहा हूं. अब भक्तों की संख्या बहुत बढ़ गई है. व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं है, लेकिन भक्तों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए और व्यवस्थाएं जुटाने के लिए अगले वर्ष प्रयास किये जाएंगे. भगवान नागचंद्रेश्वर की कृपा सब पर बनी रहे."

हर-हर महादेव के जयकारों से गूंजा प्रांगण

भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन करने बरसते पानी में उत्तर प्रदेश, राजस्थान झारखंड, मध्य प्रदेश सहित अलग-अलग राज्यों के दर्शनार्थी पहुंचे हैं. सभी भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन कर आनंद उत्साह से भरपूर होने की बात कही. साथ ही कहा कि 1 घंटे में अच्छे से दर्शन हो गए हैं.