बिजली बिल भुगतान में लापरवाही पर बिजली विभाग ने बड़ा कदम उठाते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के जिला कार्यालय का विद्युत कनेक्शन काट दिया। बिजली खेड़ा स्थित सपा कार्यालय पर एक किलोवाट का घरेलू कनेक्शन था, जिसका लगभग दो वर्षों से बिजली बिल नहीं जमा किया गया था। अब तक करीब एक लाख 60 हजार रुपये का बकाया हो चुका था।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि बकाया बिल को लेकर कई बार लिखित नोटिस जारी किए गए, लेकिन सपा संगठन की ओर से लगातार अनदेखी की गई। रविवार को बिजली विभाग की टीम ने पहुंचकर कनेक्शन काटने की कार्रवाई की।
सूत्रों के मुताबिक बिजली बिल की अदायगी को लेकर कई बार सपा नेताओं और जनप्रतिनिधियों से आंतरिक रूप से वसूली की कोशिशें की गईं। कुछ कार्यकर्ताओं ने चंदे के रूप में बिल चुकाने का प्रयास भी किया, लेकिन कोई औपचारिक भुगतान नहीं हो सका।
हैरानी की बात यह है कि जहां सपा के पास बांदा-चित्रकूट और हमीरपुर लोकसभा सीट से दो-दो सांसद हैं, जिला कार्यालय का बिजली बिल वर्षों से बकाया चल रहा था। इससे पार्टी संगठन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। जब इस संबंध में सपा के जिलाध्यक्ष मधुसूदन कुशवाहा से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि पूर्व जिलाध्यक्ष के नाम पर कनेक्शन था। उसे कटाकर अब नया कनेक्शन लेंगे जो पार्टी के नाम पर होगा। उधर बिजली विभाग की इस सख्त कार्रवाई से सियासी गलियारों में हलचल मच गई है और विपक्षी दलों को सपा पर निशाना साधने का नया मौका मिल गया है।
सपा कार्यालय का कनेक्शन कटने से दो फाड़
रविवार की तकरीबन तीन बजे कनेक्शन कटने के बाद से ही सपा का एक गुट जिलाध्यक्ष के खिलाफ हो गया है। नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कई नेताओं द्वारा अपने हिस्से का पैसा दिया गया था। लेकिन जिलाध्यक्ष ने उसे जमा नहीं किया है। जिसके चलते पहली बार सपा कार्यालय का कनेक्शन कटा है।