श्री ममलेश्वर मंदिर समिति की पहली बैठक में विकास पर जोर, लाइव दर्शन की तैयारी शुरू

खंडवा : खंडवा के ज्योतिर्लिंग ममलेश्वर मंदिर की नवगठित प्रबंधन समिति की पहली बैठक सोमवार को एकात्म धाम परियोजना कार्यालय के सभाकक्ष में संपन्न हुई। बैठक में प्रमुख रूप से मंदिर परिसर की व्यवस्थाओं, सुरक्षा और विकास कार्यों पर विस्तार से चर्चा की गई। इंदौर संभाग के कमिश्नर दीपक सिंह ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह स्पष्ट किया कि मंदिर में वर्षों से चली आ रही धार्मिक परंपराओं में कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा। श्रावण मास में निकलने वाली भगवान ज्योतिर्लिंग की सवारी के दौरान गुलाल उड़ाने पर लगी हालिया पाबंदी के संदर्भ में उन्होंने यह आश्वासन दिया।

परंपराओं का होगा पालन, पाबंदी को लेकर संतों का विरोध

उल्लेखनीय है कि एक दिन पूर्व मंदिर प्रशासक एवं पुनासा एसडीएम शिवम प्रजापति ने श्रावण सोमवार की सवारी में गुलाल उड़ाने पर प्रतिबंध लगाया था, जिसे संतों ने सनातन परंपरा के खिलाफ बताते हुए विरोध जताया था। अब कमिश्नर की ओर से आए स्पष्ट संकेत से परंपराओं के सम्मान की बात दोहराई गई है।

मंदिर के विकास की दिशा में पुरातत्व विभाग की भूमिका

बैठक में तय हुआ कि ममलेश्वर मंदिर परिसर के विकास कार्य भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार ही किए जाएंगे। इसके लिए अगली बैठक में ASI के अधिकारियों को आमंत्रित करने के निर्देश दिए गए हैं। रिपोर्ट के आधार पर मंदिर परिसर की साज-सज्जा, संरक्षण और सुविधा विस्तार की योजनाएं तैयार की जाएंगी।

सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे और कंट्रोल रूम

श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और सुरक्षा को देखते हुए मंदिर परिसर में CCTV कैमरे लगाए जाएंगे और एक कंट्रोल रूम की स्थापना भी की जाएगी। साथ ही प्रबंधन समिति के सहयोग से स्थानीय अधिकारियों की एक कार्यकारी समिति भी गठित की जाएगी, जो हर माह बैठक कर व्यवस्थाओं की समीक्षा करेगी। मंदिर प्रबंधन समिति की बैठक प्रत्येक तीन माह में आयोजित होगी।
 
अब घर बैठे होंगे ‘ममलेश्वर’ के लाइव दर्शन

जिला कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने जानकारी दी कि ममलेश्वर मंदिर की वेबसाइट बनकर तैयार हो गई है। जल्द ही वेबसाइट के जरिए देश-विदेश में बैठे श्रद्धालु मंदिर के लाइव दर्शन कर सकेंगे। साथ ही शीघ्र दर्शन, पार्थेश्वर पूजन, कालसर्प दोष निवारण पूजन और जलाभिषेक जैसी विशेष सेवाओं की ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा भी वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाएगी।

पूजा-पद्धति, मानदेय और दर्शन व्यवस्था पर भी हुई चर्चा

बैठक में मंदिर में पूजा के समय और रीति-रिवाजों को सुव्यवस्थित रखने पर भी विस्तार से चर्चा की गई। इसके अलावा, दर्शनार्थियों के लिए लाइन प्रबंधन, प्रोटोकॉल व्यवस्था, मंदिर कर्मचारियों के मानदेय और मंदिर परिसर में विकास कार्यों को पारदर्शी ढंग से कराने की प्रक्रिया जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी सुझाव लिए गए।