सीनेट में नहीं मिली मंजूरी, एपस्टीन केस फाइलें अब भी रहेंगी सीलबंद

अमेरिका: अमेरिका की सीनेट में बुधवार को एक बेहद करीबी वोटिंग में रिपब्लिकन पार्टी ने डेमोक्रेट्स के उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया, जिसमें जेफरी एपस्टीन से जुड़े यौन तस्करी मामले की केस फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग की गई थी। यह प्रस्ताव सालाना रक्षा नीति में शामिल करने की कोशिश की गई थी। वोटिंग में 51-49 का नतीजा आया। दिलचस्प बात यह रही कि रिपब्लिकन पार्टी के दो सीनेटर, जोश हॉली (मिसौरी) और रैंड पॉल (केंटकी), डेमोक्रेट्स के साथ खड़े हुए, लेकिन बाकी रिपब्लिकन सीनेटरों ने इसका विरोध किया।

डेमोक्रेट्स का जोरदार दबाव
पिछले कई महीनों से डेमोक्रेट्स लगातार इस मुद्दे को उठा रहे हैं। उनका कहना है कि एपस्टीन के मामले से जुड़े दस्तावेजों को सार्वजनिक किया जाना चाहिए ताकि सच सामने आ सके और पीड़ितों को न्याय मिले। सीनेट में डेमोक्रेट्स के नेता चक शूमर ने वोटिंग से पहले रिपब्लिकन सांसदों को सीधा संदेश दिया, 'आपने वर्षों तक पारदर्शिता और जवाबदेही की बात की। अब जब सच सामने लाने का मौका है तो आप हां क्यों नहीं कह रहे?' शूमर ने रणनीतिक तरीके से इस प्रस्ताव को सालाना डिफेंस बिल में जोड़ने की कोशिश की, ताकि रिपब्लिकन सांसदों को मजबूरन इस पर वोट करना पड़े।

रिपब्लिकन का तर्क- गलत तरीका
रिपब्लिकन नेताओं ने शूमर की चाल को राजनीतिक खेल करार दिया। सीनेटर माइक राउंड्स (साउथ डकोटा) ने कहा, 'यह सही तरीका नहीं है। रक्षा कानून में ऐसे राजनीतिक मुद्दे नहीं जोड़ने चाहिए।' सीनेट मेजॉरिटी लीडर जॉन थ्यून का कहना था कि 'न्याय विभाग पहले ही बहुत सारी फाइलें सार्वजनिक कर चुका है और हम उन पर भरोसा करते हैं कि वे पीड़ितों के अधिकारों की रक्षा करते हुए जानकारी जारी करेंगे।' हालांकि रिपब्लिकन पार्टी का बड़ा हिस्सा इस मामले में न्याय विभाग की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है। कई पीड़ित भी मानते हैं कि अभी तक पूरी सच्चाई सामने नहीं आई है।

वर्षों से विवादों में एपस्टीन मामला
जेफरी एपस्टीन एक करोड़पति फाइनेंसर था, जिस पर किशोरियों को यौन शोषण और यौन तस्करी में शामिल करने का आरोप था। 2019 में एपस्टीन को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन मैनहटन जेल में मुकदमे का सामना करने से पहले उसने खुदकुशी कर ली। इससे पहले 2008 में उसने फ्लोरिडा में संघीय अभियोजकों के साथ गुप्त सौदा किया था, जिससे गंभीर आरोपों से बच निकला था। उस पर आरोप था कि वह नाबालिग लड़कियों को मसाज के नाम पर पैसे देकर यौन शोषण करता था। एपस्टीन की मौत के बाद से यह मामला अमेरिकी राजनीति में बड़ा मुद्दा बन गया। कई लोग मानते हैं कि उसकी मौत संदिग्ध हालात में हुई और असली गुनहगारों को बचाया गया।

कौन था जेफरी एपस्टीन?
न्यूयॉर्क शहर में जन्मे और पले-बढ़े एपस्टीन ने अपने पेशेवर करियर की शुरुआत डाल्टन स्कूल में एक शिक्षक के रूप में की। 1976 में स्कूल से निकाले जाने के बाद उन्होंने बैंकिंग और वित्त क्षेत्र में प्रवेश किया, जहां उसने कई पदों पर काम किया। 2005 में फ्लोरिडा पुलिस ने जेफरी एपस्टीन के खिलाफ जांच शुरू की। दरअसल, एक माता-पिता ने शिकायत दर्ज कराई थी कि एपस्टीन ने उनकी 14 वर्षीय बेटी का यौन शोषण किया। जांच से पता चला कि एपस्टीन ने 36 लड़कियों का यौन शोषण और उत्पीड़न किया था, जिनमें से कुछ 14 साल की थीं। उसने दो मामलों में दोषी होने की दलील दी और 2008 में उसे दोषी ठहराया गया। हालांकि, एपस्टीन ने केवल 13 महीने जेल में बिताए, जिसके बाद उसे कथित तौर पर एक विवादास्पद सौदे के कारण रिहा कर दिया गया, क्योंकि उस पर केवल दो अपराधों के लिए आरोप लगाया गया था। वर्षों बाद जुलाई 2019 में उसे फिर से गिरफ्तार किया गया, इस बार न्यूयॉर्क और फ्लोरिडा में नाबालिगों की यौन तस्करी के आरोप में। मुकदमे के दौरान सीरियल यौन अपराधी ने अगस्त में अमेरिकी जेल में आत्महत्या कर ली।

हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में नई हलचल
सीनेट में प्रस्ताव खारिज होने के बावजूद डेमोक्रेट्स ने हार नहीं मानी है। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में इसी तरह का एक प्रस्ताव आगे बढ़ रहा है। अब इस प्रयास को आगे बढ़ाने के लिए डेमोक्रेट्स को 218 हस्ताक्षरों की जरूरत है। अभी तक चार रिपब्लिकन सांसद भी डेमोक्रेट्स के साथ आ गए हैं। इसे पास कराने के लिए बस एक और हस्ताक्षर की जरूरत है। इस महीने के अंत तक एरिजोना में होने वाले एक विशेष चुनाव के बाद यह समर्थन हासिल हो सकता है।

ट्रंप का रुख बदलता दिखा
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान संकेत दिया था कि वे एपस्टीन की पूरी फाइल सार्वजनिक करने के पक्ष में हैं। लेकिन अब वे इसे 'डेमोक्रेट्स की साजिश' कहकर खारिज कर रहे हैं। ट्रंप के रुख ने रिपब्लिकन सांसदों पर सीधा असर डाला है और वे इस मुद्दे पर पार्टी लाइन से बाहर नहीं जाना चाहते। फिलहाल डेमोक्रेट्स फिलहाल इस मामले को जिंदा रखने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। अगर हाउस में प्रस्ताव पास हो गया, तो रिपब्लिकन नेतृत्व पर दबाव और बढ़ेगा। इस बीच, पीड़ितों और उनके परिवारों की मांग है कि सच्चाई को पूरी तरह सार्वजनिक किया जाए और जिम्मेदार लोगों को सजा मिले।