एथेनॉल फैक्ट्री विरोध में विस्फोटक हालात: 14 गाड़ियां जलाईं, इंटरनेट बंद

हनुमानगढ़ में एथेनॉल फैक्ट्री को लेकर हो रहे विरोध-प्रदर्शन में आज तनाव बढ़ने की आशंका है। कांग्रेस नेताओं और किसानों ने चेतावनी दी है कि मांग पूरी नहीं होने तक आंदोलन जारी रहेगा।

गुरुवार सुबह से किसानों का प्रदर्शन स्थल के पास के गुरुद्वारे में पहुंचना शुरू हो गया है। आज भी जिले के टिब्बी क्षेत्र में इंटरनेट बंद है।

बुधवार (10 दिसंबर) को किसानों ने जिले के राठीखेड़ा गांव में निर्माणाधीन ड्यून एथेनॉल प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री की दीवार तोड़ दी। इसके बाद भड़की हिंसा में जमकर आगजनी-पत्थरबाजी हुई।

लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने से गुस्साए किसानों ने 14 गाड़ियों को फूंक दिया। कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया को भी लाठीचार्ज में सिर पर चोट लगी है। हिंसा में 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।

वहीं, तनाव के चलते इस एरिया में स्कूल-कॉलेज और इंटरनेट बंद रहे।

अब जानिए- क्या है हंगामे का कारण

क्या है पूरा मामला?

  • एथेनॉल प्लांट का निर्माण: चंडीगढ़ में रजिस्टर्ड ड्यून इथेनॉल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी राठीखेड़ा में 40 मेगावाट का अनाज आधारित एथेनॉल प्लांट लगा रही है। कंपनी का दावा है कि यह प्लांट केंद्र के एथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल (EBP) प्रोग्राम को सपोर्ट करेगा।
  • कंपनी का एनवायर्नमेंट क्लियरेंस पेंडिंग: कंपनी को प्लांट के लिए जरूरी एनवायर्नमेंट क्लियरेंस नहीं मिला है। इसका आवेदन 2022 से पेंडिंग है। बिना पर्यावरण मंजूरी के निर्माण कार्य होने से इलाके के किसान विरोध में हैं।
  • विरोध में फैक्ट्री की दीवार तोड़ी: बुधवार दोपहर किसानों ने टिब्बी एसडीएम ऑफिस के सामने बड़ी सभा की। शाम करीब 4 बजे सैकड़ों किसान ट्रैक्टर लेकर फैक्ट्री साइट पर पहुंच गए। दीवार तोड़ दी गई और पुलिस से झड़प शुरू हो गई।

आज की रणनीति के लिए फिर होगी सभा

फैक्ट्री हटाओ संघर्ष समिति के नेता रवजोत सिंह ने बताया- हिंसक झड़प में महिलाओं समेत 70 से ज्यादा लोग घायल हुए है।

100 से ज्यादा किसान रात को गुरुद्वारा टिब्बी में ही रुके थे। सुबह होते ही किसान भी गुरुद्वारे पहुंच रहे हैं।

आज 12 बजे किसानों की गुरुद्वारा सिंह सभा होगी, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।