सतना में खाद का संकट और मैनेजर के घर मिला स्टॉक, वीडियो वायरल होने पर प्रशासन हरकत में

सतना: मध्यप्रदेश के सतना जिले में खाद की किल्लत से जूझ रहे किसानों के आक्रोश के बाद प्रशासन ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। इस बीच चौंकाने वाला मामला सामने आया। रामपुर बाघेलान के बरती गांव में सहकारी समिति के प्रबंधक के घर का एक वीडियो वायरल हुआ। इसमें पर ही खाद का स्टॉक जमा करने की जानकारी मिली। वीडियो वायरल होने के बाद उपायुक्त सहकारिता ने समिति प्रबंधक पुष्पेंद्र अग्निहोत्री को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

दरअसल, यह मामला तब सामने आया जब किसानों ने एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसमें सेवा सहकारी समिति बरती के लिए आई खाद की बोरियां समिति प्रबंधक पुष्पेंद्र अग्निहोत्री के निजी आवास पर रखी हुई दिखाई दे रही थी।
  
किसानों ने लगाया था कालाबाजारी का आरोप

बरती, छिबौरा, मढ़ी और मझियार गांव के किसानों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि समिति प्रबंधक ने करीब 250 बोरी खाद अपने घर में छिपाकर रखी है। ताकि इसकी कालाबाजारी की जा सके या इसे अपने चहेतों को बांटा जा सके। किसानों का कहना था कि जब वे समिति में खाद लेने जाते तो उन्हें खाद न होने की बात कहकर लौटा दिया जाता है। उन्होंने सवाल उठाया था कि अगर समिति में खाद नहीं है, तो इतनी बड़ी मात्रा में खाद प्रबंधक के घर कैसे पहुंच गई?

प्रशासन की सफाई- ओवर स्टॉक के कारण घर ले गए

मामले पर सहकारी बैंक के प्रबंधक केके द्विवेदी ने सफाई देते हुए कहा कि समिति में जगह की कमी (ओवर स्टॉक) और बारिश के कारण खाद को सुरक्षित रखने के लिए पंचनामा बनाकर प्रबंधक के घर पर रखवाया गया था। हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि इस प्रक्रिया को अपनाने से पहले न तो कृषि विभाग और न ही सहकारिता विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया था।

दो अन्य प्रबंधकों को भी मिला नोटिस

किसानों की नाराजगी और बढ़ते दबाव के बीच प्रशासन ने दो अन्य समितियों पर भी कार्रवाई की है। स्टॉक में खाद होने के बावजूद किसानों को वितरित न करने के आरोप में चूंद समिति के प्रबंधक गोपिका प्रसाद पांडेय और अबेर के प्रभारी समिति प्रबंधक भूपेंद्र सिंह को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।