भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव होने की वजह से भारी बारिश का दौर चल रहा है। शनिवार को भी ऐसा ही मौसम बना रहा भोपाल समेत 34 शहरों में बारिश हुई। मंडला में नर्मदा नदी उफान पर है। यहां महिष्मति घाट के पास रपटा पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। उमरिया में संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र के जोहिला डैम के दो गेट खोले गए हैं। दोनों गेट को एक-एक मीटर खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। शिवपुरी में बैराड के कई गांवों में बाढ़ आ गई है। घरों में पानी भर गया है। श्योपुर जिले के बेनीपुरा गांव में क्वारी नदी का पानी गांवों में घुस गया है। सागर से बेगमगंज और ग्यारसपुर जाने वाला मार्ग नदियों में बाढ़ के कारण बंद हो गया। नरसिंहपुर में शनिवार सुबह स्टेट हाईवे-22 पर पुलिया धंस गई, जिससे रास्ता बंद हो गया।
सीधी में 2 इंच हुई बारिश
मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को 9 घंटे में सीधी में 2 इंच, सागर में पौने 2 इंच, रीवा-सतना में 1 इंच, मंडला में पौन इंच, भोपाल, उज्जैन, शाजापुर, रायसेन, रतलाम, छिंदवाड़ा-नरसिंहपुर में आधा इंच हुई। वहीं, अन्य जिलों में हल्की बारिश हुई। जबकि सीधी, उमरिया, जबलपुर, सागर, नरसिंहपुर, शिवपुरी, शहडोल, इंदौर, मैहर, शाजापुर, धार, श्योपुर, रायसेन, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, उज्जैन, देवास, सीहोर, आगर-मालवा, राजगढ़, विदिशा, मऊगंज, रीवा, सतना, मंडला, रतलाम, दमोह, छतरपुर, सिवनी, बालाघाट, बैतूल, गुना, खरगोन में तेज बारिश हुई।
24 घंटे में कटनी में 9 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान 50 जिलों में बारिश दर्ज की गई। कटनी के रीठी में 24 घंटे के अंदर 230.5 मिमी यानी, 9 इंच से ज्यादा बारिश हो गई। श्योपुर जिले में सबसे ज्यादा 7 इंच बारिश दर्ज की गई। वहीं, प्रदेश के 250 से ज्यादा शहर या कस्बों में बारिश का दौर चला। कुल 26 शहर या कस्बे ऐसे रहे, जहां 4 से 8 इंच तक पानी गिरा। मंडला, पन्ना, जबलपुर, छतरपुर, उमरिया, डिंडौरी, श्योपुर और ग्वालियर में बहुत भारी बारिश, कटनी में अत्यधिक भारी बारिश और दमोह, सागर, निवाड़ी, शहडोल, टीकमगढ़, अनूपपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, शिवपुरी, अशोकनगर और रायसेन जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई।
तीन दिन एमपी में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि एक मानसून ट्रफ बीकानेर, जयपुर से मप्र के दतिया, सीधी से होती हुई आसनसोल, कोलकाता होते हुए जा रही है। वहीं, एक भी प्रदेश से गुजर रही है। इसके अलावा प्रदेश में ही एक साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम एक्टिव है। इन तीनों सिस्टम की वजह से अति भारी या भारी बारिश का दौर चल रहा है। अगले तीन दिन 8 जुलाई तक प्रदेश के आधे हिस्से में भारी बारिश का अलर्ट है। पूर्वी हिस्से में सिस्टम का असर ज्यादा रहेगा।
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