भोपाल: गुजरात दौरे पर गए केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली वापस लौटने की जल्दबादी में अपनी पत्नी को ही भूल गए. शिवराज सिंह चौहान पत्नी साधना सिंह को वेटिंग रूम में बैठा छोड़कर जूनागढ़ से राजकोट के लिए अपने 22 गाड़ियों के काफिले के साथ रवाना हो गए. करीब एक किलोमीटर निकलने के बाद उन्हें याद आया कि पत्नी साधना तो उनके साथ हैं ही नहीं. इसके बाद शिवराज सिंह का काफिला फिर लौटकर मूंगफली शोध संस्थान पहुंचा, जहां साधना सिंह उनका इंतजार कर रही थीं.
सरकारी दौरे पर गुजरात गए थे शिवराज
केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अंतर्गत आने वाले गुजरात के जूनागढ़ में शनिवार को मूंगफली अनुसंधान निदेशालय पहुंचे थे. इस सरकारी और धार्मिक यात्रा में उनके साथ उनकी पत्नी साधना सिंह भी मौजूद थीं.
शिवराज सिंह चौहान ने पत्नी के साथ सोमनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर पहुंचकर दर्शन किए. इसके बाद शेर देखने के लिए गिर में सफारी का आनंद लिया. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान मूंगफली अनुसंधान केन्द्र पहुंचे. यहां किसानों और लखपति दीदी योजना को लेकर महिलाओं का कार्यक्रम रखा गया था. यहां उन्होंने महिलाओं से संवाद भी किया.
प्लाइट पकड़ने की हड़बड़ी में साधना सिंह को भूले
शिवराज सिंह चौहान को जूनागढ़ से राजकोट पहुंचकर वहां से दिल्ली के लिए फ्लाइट पकड़नी थी. इसलिए उन्होंने महिलाओं से संवाद का कार्यक्रम भी जल्दी से निपटाया. इस दौरान कार्यक्रम में वे कई बार घड़ी देखते नजर आए. कार्यक्रम में अपना भाषण जल्दी से खत्म करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राजकोट तक का रास्ता थोड़ा खराब है, इसलिए उन्हें थोड़ा जल्दी निकलना है. इस दौरान उन्होंने अपना भाषण थोड़ा छोटा किया और तेजी से काफिले के साथ निकल गए. इस दौरान साधना गिरनार दर्शन के बाद उनका वेटिंग रूम में इंतजार कर रहीं थी.
शिवराज काफिले के साथ हो गए रवाना
कार्यक्रम जल्दी खत्म कर शिवराज सिंह 22 गाड़ियों के काफिले के साथ जूनागढ़ से राजकोट के लिए रवाना हो गए. इस दौरान वे भूल ही गए कि पत्नी साधना सिंह गिरनार दर्शन करने के बाद उनका वेटिंग रूम में इंतजार कर रही हैं. काफिला करीबन एक किलोमीटर से आगे पहुंच चुका था, तभी शिवराज सिंह को याद आया कि उनके साथ तो पत्नी साधना भी थीं.
पत्नी साधना सिंह को वापस लेने लौटे शिवराज
शिवराज सिंह के साथ 22 वाहनों का काफिला था. जब रास्ते में उन्हें पत्नी साधना सिंह का ख्याल आया तो फिर इसके बाद उन्होंने पत्नी साधना सिंह से मोबाइल से संपर्क किया. यहां उन्होंने वेटिंग रूम में इंतजार करने की बात कही. इसके बाद शिवराज फिर काफिले संग वापस एक किलोमीटर लौटकर पत्नी साधना सिंह के पास पहुंचे. यहां से साधना सिंह को साथ लेकर वे राजकोट के लिए रवाना हुए. बता दें कि जूनागढ़ से राजकोट की दूरी करीबन 109 किलोमीटर है.
भारत का गौरव है 'गिर'
गुजरात दौरे के दौरान शिवराज सिंह ने पत्नी साधना सिंह के साथ गिर पहुंचकर जंगल सफारी का आनंद लिया. दौरे के बाद उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा कि "गुजरात के गौरव, गिर के अद्भुत जंगल में प्रकृति के अलौकिक सौंदर्य को बहुत करीब से अनुभव करने का अवसर प्राप्त हुआ. सफारी के दौरान प्रकृति के अनगिनत रंग देखने को मिले. यहां की जैव विविधता, पेड़ों की प्रजातियां, शेर का राजसी अंदाज, पेड़ों पर तेंदुओं का चढ़ना- बैठना, सबकुछ अभूतपूर्व था.
पक्षियों का मधुर कलरव, घोंसला बनाती चिड़िया और उत्साह से नाचते मोर को देखकर मन झूम उठा. यहां आकर लगा कि सभी को जीवन में एक बार अवसर निकालकर भारत की इस अमूल्य धरोहर को देखने अवश्य आना चाहिए. यह केवल एक जंगल नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, हमारे गौरव और प्रकृति के साथ हमारे संबंधों का जीवंत प्रतीक है. यहां की अति उत्तम व्यवस्थाओं के लिए प्रबंधन को बधाई."