हरमन का इमोशनल अंदाज़, बांह पर बनवाया खास टैटू और लिखा– ‘अब तुम्हें हर रोज देखूंगी’

नई दिल्ली: भारतीय महिला टीम ने आईसीसी ट्रॉफी का सूखा आखिर खत्म कर दिया। टीम ने रविवार को दक्षिण अफ्रीका को हराकर पहली बार महिला वनडे विश्व कप का खिताब जीता। इस जीत में पूरी टीम ने अहम भूमिका निभाई। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने शानदार तरीके से टीम को लीड किया और आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाली भारत की पहली महिला कप्तान बन गईं। इस जीत के बाद से हरमन काफी उत्साहित हैं। इस जीत की खुशी में उन्होंने अपनी बांह पर एक खास टैटू भी बनवाया है। इसकी तस्वीर हरमनप्रीत ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की है।

भारतीय कप्तान ने बनवाया टैटू
दरअसल, भारतीय कप्तान ने ट्रॉफी का टैटू बनवाया है। साथ ही उस पर 52 लिखवाया है। यानी 52 साल के महिला वनडे विश्व कप के इतिहास में भारत ने पहली बार खिताब जीता। साथ ही जीत का साल 2025 भी लिखा है। इस तस्वीर को साझा करते हुए हरमनप्रीत कौर ने कैप्शन में लिखा, 'हमेशा के लिए मेरी त्वचा और दिल में बस गए हो। पहले दिन से तुम्हारा इंतजार कर रही थी और अब मैं हर सुबह तुम्हें देखूंगी और तुम्हारी आभारी रहूंगी।'

'मेरे लिए यह काफी भावुक कर देने वाला पल'
इससे पहले मंगलवार को बीसीसीआई ने हरमनप्रीत का एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें उन्होंने विश्व कप और खुद से जुड़ी दिलचस्प बातें बताई थीं। वीडियो में हरमनप्रीत कहती हैं, 'मेरे लिए यह काफी भावुक कर देने वाला पल है, क्योंकि जैसे पहले भी मैंने बोला कि यह बचपन से मेरा सपना था। जब से टीवी देखना शुरू किया और क्रिकेट खेलना शुरू किया, तब से मेरा सपना था कि विश्व कप जीतना है और अगर मैं  कप्तान होऊंगी तो मैं उसे मिस नहीं करूंगी। लगता है मैंने ये चीजें दिल से बोली थीं और भगवान ने एक एक करके सब सुन लिया। यह कोई जादू जैसा है। समझ नहीं आ रहा है कि कैसे सबकुछ फेज वाइज हो रहा है। हर एक चीज एक एक करके अपने आप होती रही और आज हम चैंपियन बन चुके हैं।' 

'जिस चीज का सपना देखा, अब वह पूरा हो चुका'
हरमनप्रीत ने कहा, 'विश्व कप जीतकर हम तीन-चार घंटे सो पाए, लेकिन फिर भी काफी फ्रेश महसूस कर रही हूं। ऐसा कभी-कभी ही होता है। नहीं तो आठ घंटे की नींद तो चाहिए ही चाहिए। यह इस बात पर निर्भर करता है कि जब आप चैंपियन बन जाते हो, जीत जाते हो तो क्या महसूस करते हो। मैं यह सब अब महसूस कर पा रही हूं। अब बहुत रिलैक्स है और ऊपर वाले की आभारी हूं कि जिस चीज का सपना हम इतने वर्षों से देख रहे थे, अब वह पूरा हो चुका है।'