मैदान के हीरो, जिंदगी में भी सुपरस्टार! खिलाड़ी ने कोच की बहनों की शादी कराई

नई दिल्ली: टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या और क्रुणाल पंड्या मैदान पर तो मैच जिताते ही हैं, साथ ही ये दोनों खिलाड़ी मैदान के बाहर भी फैंस का दिल जीतते हैं. टीचर्स डे के मौके पर पंड्या भाइयों के कोच जितेंद्र सिंह ने एक ऐसा खुलासा किया है जिसे जानकर आपको भी इन दोनों खिलाड़ियों पर गर्व होगा. हार्दिक पंड्या और क्रुणाल पंड्या को इतना टैलेंटेड खिलाड़ी बनाने में जितेंद्र सिंह का भी बड़ा हाथ है. उन्होंने मुश्किल समय में इन दोनों खिलाड़ियों की मदद की और खेल को निखारने में उनकी मदद भी की. अब जब उनके दोनों शिष्य कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ रहे हैं तो उन्होंने अपने गुरु की मदद भी की है. ये खुलासा खुद जितेंद्र सिंह ने किया है. जितेंद्र सिंह ने बताया कि हार्दिक और क्रुणाल पंड्या ने उन्हें अबतक 80 लाख रुपये दिए हैं और उनकी बहनों की शादी भी कराई है.

हार्दिक और क्रुणाल पंड्या ने जीता दिल
हार्दिक पंड्या और क्रुणाल के कोच जितेंद्र सिंह ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में बताया कि भले ही ये दोनों खिलाड़ी आज पैसे से काफी मजबूत हो गए हैं लेकिन वो आज भी अपने कोच के लिए वैसे ही हैं. जितेंद्र सिंह ने बताया, ‘हार्दिक पंड्या और क्रुणाल पंड्या ने साल 2018 में मेरी बहन की शादी में काफी मदद की. उन्होंने पैसा ही नहीं बल्कि मुझे कार खरीदने के लिए 20 लाख रुपये भी दिए. पिछले साल मेरी दूसरी बहन की शादी हुई, उसमें भी हार्दिक पंड्या और क्रुणाल पंड्या ने मुझे काफी गिफ्ट्स दिए. उन्होंने कहा कि जब शादी फिक्स हो जाएगी तो उन्हें बताएं और वो सारी जरूरतें पूरी करेंगे.’

जब कोच की मां हुई बीमार…
हार्दिक पंड्या को जब आईपीएल 2015 में डेब्यू का मौका मिला तो उनके कोच जितेंद्र सिंह की मां काफी बीमार हो गई थीं. लेकिन जितेंद्र सिंह ने हार्दिक पंड्या को इसके बारे में नहीं बताया. जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘मैंने हार्दिक को कुछ नहीं बताया, मैं नहीं चाहता था कि उनका ध्यान भटक जाए. हालांकि बड़ौदा लौटने के बाद जब उन्हें इस बात का पता चला तो उन्होंने मुझसे सवाल पूछा. मैंने उन्हें सारी बात बताई और इसके बाद हार्दिक ने मुझे कहा कि मेरा सारा पैसा ले लो लेकिन अपनी मां का ध्यान रखो.’

जितेंद्र सिंह ने आगे कहा, ‘हार्दिक ने साल 2015-16 में ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटने के बाद मुझे एक कार गिफ्ट की, जिसकी कीमत 5-6 लाख रुपये थी. वो उसकी पहली ही सीरीज थी और वो आर्थिक रूप से इतना मजबूत भी नहीं था लेकिन इसके बावजूद उन्होंने मेरे लिए कार खरीदी. मैंने जब वो लेने से मना किया तो उन्होंने कहा कि आप बाइक से इधर-उधर जाते हैं, हम नहीं चाहते कि आपको चोट लग जाए, इसलिए आपकी सेफ्टी के लिए हमने कार खरीदी है.’ जितेंद्र सिंह की बातों से साफ है कि हार्दिक पंड्या और क्रुणाल पंड्या दोनों अपने कोच को कितना मानते हैं. वो उनका कितना सम्मान करते हैं.