धार्मिक उत्सव में जातिगत भेदभाव का शर्मनाक मामला, दुर्गा पूजा पंडाल में दलितों को रोका गया, पुलिस ने मामला दर्ज किया

सिवनी: मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के छपारा थानांतर्गत सादक सिवनी गांव में दलित समाज के लोगों को गांव के दबंगों ने दुर्गा पूजा पंडाल में प्रवेश से रोक दिया है। यह परिवार पूजा-दर्शन के लिए आया था। दर्शन करने का प्रयास करने वालों के साथ गाली गलौच की गई। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।

तीन लोगों के विरुद्ध केस दर्ज
दरअसल, यह पूरा मामला छपारा थानाअंतर्गत सादक सिवनी गांव का है। दलित समय के लोग दुर्गा पूजा पंडाल में पूजा करने पहुंचे थे। दर्शन करने आए लोगों के साथ वहां बैठे दबंगों ने गाली गलौच की है। इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक बुजुर्ग व्यक्ति लाठी लिए खड़ा दिख रहा है। साथ ही उसे डरा रहा है। वीडियो सामने आने के बाद तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

पूजा करने से रोक दिया
छपारा पुलिस के अनुसार श्यामलाल अहिरवार ने शिकायती पत्र में बताया कि बुधवार को वह दुर्गा चौक के सार्वजनिक दुर्गा पंडाल में पत्नी और बेटे के साथ पूजा करने गए थे। वहां दबंगों ने उन्हें पूजा करने से यह कहते हुए रोक दिया कि तुम यहां पूजा नहीं कर सकते।

मजदूरी करता है परिवार
पीड़ित के अनुसार वह मजदूरी कर अपना जीवन यापन करता है। खेत से लौटने पर रास्ते में आरोपित मेहरबान सिंह ठाकुर ने रोककर कहा कि तेरी बहुत शिकायत मिल रही है। इसके बाद पंडाल में घुसने पर आपत्ति जताते हुए ज्यादा बोलने पर जान से मारने की धमकी दी गई। इसके कुछ देर बाद जब वह चंदा देने अकेला पंडाल गया तो नरेश ठाकुर और नारायण यादव ने जाति सूचक गाली देकर अपमानित किया। साथ ही चंदा लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद मेरा भतीजा भी पंडाल में चंदा देने पहुंचा तो उसे भी मंच से नीचे उतार दिया। घटना का वीडियो भी मोबाइल पर पीड़ित ने बनाया है। एसपी सुनील मेहता ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया गया है शीघ्र ही गिरफ्तारी की जाएगी। फिलहाल सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो आज भी समाज में जात-पात भेदभाव नजर आ रहा है।