“सिर्फ सपाट पिचों पर चलते हैं भारतीय बल्लेबाज” – मांजरेकर का तीखा बयान

नई दिल्ली : भारत के पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने मैनचेस्टर में भारतीय बल्लेबाजी की तारीफ की है। उनका मानना है कि भारत के युवा बल्लेबाजों ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट क्रिकेट मैच के पहले दिन विषम परिस्थितियों में शानदार प्रदर्शन करते साबित कर दिया कि वे केवल सपाट पिचों या कमजोर आक्रमण के खिलाफ ही रन नहीं बनाते। भारत ने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी पहली पारी में चार विकेट गंवाकर 264 रन बना लिए हैं। 

सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (58) और केएल राहुल (46) ने भारत को ठोस शुरुआत दी। इन दोनों ने पहले विकेट के लिए 94 रन की साझेदारी निभाई। इसके बाद साई सुदर्शन (61) और ऋषभ पंत (37 रन पर रिटायर्ड हर्ट) ने 72 रन की साझेदारी की जिससे भारतीय टीम पहले दिन 250 के पार पहुंचने में सफल रही। रवींद्र जडेजा और शार्दुल ठाकुर 19-19 रन बनाकर नाबाद हैं। मांजरेकर ने जियो हॉटस्टार पर कहा, 'मैनचेस्टर टेस्ट का पहला दिन उन लोगों के लिए करारा जवाब था जो यह मानते हैं कि यह युवा भारतीय बल्लेबाजी क्रम केवल सपाट पिचों पर या कमजोर आक्रमण के खिलाफ ही रन बनाता है। इंग्लैंड में अमूमन इस तरह की परिस्थितियां मिलती है और उनका गेंदबाजी आक्रमण भी पहले से मजबूत नजर आ रहा था। बेन स्टोक्स ने फिर से अधिक ओवर किए, जबकि लियाम डॉसन ने शोएब बशीर से बेहतर गेंदबाजी की। जोफ्रा आर्चर उनकी गेंदबाजी को और मजबूती प्रदान कर रहे थे।'

मांजरेकर ने कहा, 'भारत का इन परिस्थितियों में पहले दिन चार विकेट पर 264 रन बनाना उसका एक और ठोस बल्लेबाजी प्रदर्शन है। शुक्र है कि ऋषभ पंत रिटायर्ड हर्ट होने से पहले कुछ समय तक टिके रहे। उम्मीद है कि वह दूसरे दिन बल्लेबाजी के लिए वापस आएंगे।' अपना दूसरा टेस्ट खेल रहे सुदर्शन ने सीरीज के दूसरे और तीसरे मैच में नहीं खेलने के बाद अंतिम एकादश में वापसी करते हुए अपना पहला अर्धशतक लगाया। मांजरेकर ने कहा, 'वह शुरुआत में नर्वस लग रहे थे, जो पहले टेस्ट के बाद टीम से बाहर किए जाने के बाद स्वाभाविक है। इससे आत्मविश्वास पर असर पड़ सकता है, लेकिन खेल आगे बढ़ने के साथ उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता गया और उन्होंने शानदार बल्लेबाजी की।'