लेबनान से ईरान का कड़ा बयान, इस्राइल के खिलाफ एकता की अपील

ईरान के सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रमुख अली लारीजानी ने शनिवार को क्षेत्रीय देशों से अपील की कि वे अपने मतभेदों को भुलाकर इस्राइल की साजिशों का सामना करने में एकजुट हों। यह बयान उन्होंने लेबनान में हिजबुल्ला नेता हसन नसरल्लाह की हत्या की सालगिरह के अवसर पर दिया।

लारीजानी ने कहा कि आज की परिस्थिति में, इस्राइल की साजिशों के बीच, क्षेत्रीय देशों को न केवल आपसी मतभेद भुलाकर सहयोग करना चाहिए, बल्कि साझा खतरों के खिलाफ एकजुट रहना चाहिए। उन्होंने हिजबुल्ला नेता नाइम कासेम द्वारा सऊदी अरब से नए रिश्तों की पहल का स्वागत किया और इसे सही दिशा में कदम बताया।

हिजबुल्ला और ईरान का समर्थन
पिछले चार दशकों से ईरान हिजबुल्ला का मुख्य समर्थक रहा है। उसने हथियार और वित्तीय सहायता प्रदान की, जिससे यह क्षेत्र का सबसे ताकतवर मिलिटेंट समूह बन गया। हालाँकि, इस्राइल के साथ 14 महीने की लड़ाई में हिजबुल्ला को भारी नुकसान हुआ और कई प्रमुख कमांडर मारे गए।

इस्राइल के हालिया हमले
इस्राइल ने जून में ईरान पर हवाई हमले किए, जिसमें कई प्रमुख सैन्य कमांडर मारे गए और बैलिस्टिक मिसाइलों के गोदाम को नष्ट किया गया। इस हमले ने ईरान की वायु रक्षा को भी कमजोर किया। इस महीने इस्राइल ने कतर में हमास के राजनीतिक नेतृत्व के मुख्यालय पर भी हमला किया।

हिजबुल्ला और सऊदी अरब का दृष्टिकोण
लारीजानी ने कहा कि सऊदी अरब और हिजबुल्ला का साझा दुश्मन इस्राइल है। उन्होंने चेताया कि यदि इस्राइल नए हमले करता है, तो ईरान कड़ा जवाब देगा। उन्होंने कहा कि ईरान सभी संभावित परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार है।

सुरक्षा और सामरिक संदेश
लारीजानी का संदेश स्पष्ट था कि ईरान क्षेत्रीय साझेदारों के साथ सहयोग बढ़ाने पर जोर दे रहा है। उन्होंने राजनीतिक मतभेदों को तात्कालिक सुरक्षा हितों से ऊपर रखने की आवश्यकता पर बल दिया। उनके बयान ने क्षेत्रीय सुरक्षा और इस्राइल -विरोधी रणनीति में ईरान की सक्रिय भूमिका को रेखांकित किया।