जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में हुए छात्रसंघ चुनाव 2025 के नतीजे घोषित हो गए हैं। इस बार चारों पदों पर लेफ्ट यूनिटी ने शानदार जीत दर्ज की है, जिससे एक बार फिर जेएनयू परिसर में वामदलों की मजबूत पकड़ दिखी है। अध्यक्ष पद पर उत्तर प्रदेश के वाराणसी की अदिति मिश्रा ने जीत हासिल की है। अदिति वर्तमान में लैंगिक हिंसा विषय पर पीएचडी कर रही हैं।
अदिति मिश्रा कौन हैं?
अदिति वाराणसी की रहने वाली हैं और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने लेफ्ट यूनिटी पैनल (AISA, SFI और DSF) के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। अदिति को कुल 1,937 वोट मिले, जिससे उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को हराकर जीत दर्ज की।
BHU से ग्रेजुएशन करने के बाद JNU में शोध
अदिति ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से अर्थशास्त्र में स्नातक किया है। फिलहाल वे JNU के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज़ के सेंटर फॉर कंपेरेटिव पॉलिटिक्स एंड पॉलिटिकल थ्योरी में पीएचडी कर रही हैं। राजनीति में उनकी सक्रियता और युवाओं में लोकप्रियता को देखते हुए लेफ्ट यूनिटी ने उन्हें अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया था।
छात्र आंदोलनों और महिला अधिकारों से जुड़ीं रही हैं सक्रिय
अदिति लंबे समय से छात्र आंदोलनों से जुड़ी रही हैं। उन्होंने 2017 में बीएचयू में महिला हॉस्टल कर्फ्यू टाइमिंग के खिलाफ आंदोलन किया था और 2019 में विश्वविद्यालयों में फीस वृद्धि का विरोध करते हुए भी अग्रणी भूमिका निभाई थी।
पूर्व में आंतरिक शिकायत समिति (ICC) की सदस्य रहीं अदिति अब JNU में लैंगिक हिंसा और महिला सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। उनकी जीत को छात्र राजनीति में महिला नेतृत्व के उभरते प्रभाव के रूप में देखा जा रहा है।
