जुबिन नौटियाल के गानों ने बांधा समा, मध्य प्रदेश की जनता को बताया दिल की धड़कन

भोपाल: बहुत आई गई ये यादें मगर इस बार तुम्ही आना…इरादे फिर से जाने के नहीं लाना तुम्ही आना.. तुम्ही आना.. इस गीत के साथ सिर पर स्कार्फ और ब्लैक जैकेट में जैसे ही जुबिन नौटियाल लाल परेड ग्राउंड में स्थित मंच पर पहुंचे, वहां उपस्थित लोगों के शोर-शराबा और सीटियों से पूरा मुक्ताकाश गूंज उठा. इस गाने के बाद में जुबिन नौटियाल ने शिव कैलाशों के वासी, धौली धारों के राजा शंकर संकट हरना… गीत प्रस्तुत किया. इस दौरान जुबिन नौटियाल ने अपने फेमस गानों को सुनाकर आयोजन स्थल पर समां बांध दिया. वहां मौजूद लोग झूमने लगे. इस अवसर पर जुबिन ने राम आए हैं, तो अंगना सजाएंगे जैसे भक्ति वाले गीतों की प्रस्तुति भी दी.

मध्य प्रदेश देश का दिल और आप लोग इसकी धड़कन

जुबिन नौटियाल ने कहा कि "1 नवंबर को मध्य प्रदेश ने 70वां स्थापना दिवस मनाया. इस अवसर पर पूरे भोपाल और मध्य प्रदेश को शुभकामनांए देना चाहता हूं. उन्होंने आगे कहा कि मध्य प्रदेश भारत का दिल और आप सब इस दिल की धड़कन हैं. मैं आज कोशिश करुंगा कि आप लोगों के दिल का छोटा सा टुकड़ा अपने साथ ले जा सकूं. उन्होंने ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से पहली बार मेरी मुलाकात महाकाल की नगरी उज्जैन में हुई थी. इसलिए आज का शो मैं महाकाल का नाम लेकर शुरू करना चाहता हूं." इसके बाद उन्होंने शिव कैलाशों के वासी, धौली धारों के राजा शंकर संकट हरना…गीत सुनाया.

2 हजार ड्रोन ने दी विरासत से विकास की प्रस्तुति

स्थापना दिवस के अवसर पर भोपाल का आसमान अद्वितीय दृश्य से जगमगा गया, जब एक साथ दो हजार ड्रोन द्वारा आसमान में विरासत से विकास की झलक दिखाई गई. इसमें आसमान पर मध्य प्रदेश का नक्शा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की तस्वीर बनाई गई. इसके अलावा महाकाल मंदिर, ग्वालियर का किला, सांची का स्तूफ, भीम बेटका आदिवासियों द्वारा दीवाल पर उकेरी जाने वाली लोक मांडला शैली को भी ड्रोन के जरिए दिखाया गया.

इसके साथ ही सफेद बाघ, खेत खलिहान, औद्योगिक क्षेत्र, इंवेस्ट मध्य प्रदेश, स्मार्ट सिटी, मेट्रो, हवाई सेवा के साथ जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुंसधान के नारे को दिखाया गया. उज्जैन की डोंगरा वेधशाला और अलौकिक सिंहस्थ 2028 की झलक भी असमान पर दिखाई दी.

 

 

आतिशबाजी के बाद विश्ववंद श्रीकृष्ण संगीत प्रस्तुति

लाल परेड ग्राउंड में विरासत से विकास की थीम पर ड्रोन-शो के आयेाजन के बाद भव्य आतिशबाजी की गई. जो शहर के अन्य हिस्सों से भी स्पष्ट दखाई दिया. इसके साथ ही समारोह में श्रीकृष्ण पर आधारित विश्ववंद श्रीकृष्ण संगीतिक यात्रा की भव्य प्रस्तुति दी गई. इसमें 500 कलाकारों ने हिस्सा लिया. कलाकार श्रीकृष्ण के पात्र में उतर गए और जोरदार नृत्य किया. श्रीकृष्ण के बालरुप से लेकर युवावस्था तक का वर्णन किया गया.

चित्रकूट में 2850 करोड़ रुपये से विकास कार्य

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि "साल 2025 को मध्य प्रदेश सरकार ने उद्योग और रोजगार वर्ष घोषित किया है. पूरे देश में प्रदेश 24 प्रतिशत की दर से औद्योगिक विकास में आगे बढ़ रहा है. सीएम ने कहा कि हमारा राज्योत्सव सांस्कृतिक अनुष्ठानों का प्रतीक है. बीते साल महाकाल की नगरी में 7 करोड़ से अधिक पर्यटक पहुंचे हैं. राजा राम की नगरी ओरछा को धार्मिक पर्यटन की पहचान मिली है. इसी तरह चित्रकूट धाम में 2850 करोड़ रुपये से विकास कार्य किए जा रहे हैं.

देश के विकास में मध्य प्रदेश की बड़ी भूमिका है. सीएम ने कहा कि बीते 22 महीने के कार्यकाल में कई असंभव कार्य पूरे किए. अब अगले 5 साल में प्रदेश का बजट दोगुना करना है. जिससे विकास के सारे पैमाने पूर हो सकें."

2 नवंबर को हंसराज रघुवंशी और 3 को स्नेहा शंकर की प्रस्तुति

2 नवंबर यानि आज लाल परेड ग्राउंड में उज्जैन की संस्था महानाट्य सम्राट विक्रमादित्य का मंचन करेगी. इसके बाद प्रसिद्ध गायक हंसराज रघुवंशी अपनी संगीतमय प्रस्तुति देंगे. वहीं 3 नवंबर को समारोह के तीसरे दिन एक बार फिर महानाट्य सम्राट विक्रमादित्य का मंचन किया जाएगा. इसके बाद सुप्रसिद्ध गायिक स्नेहा शंकर अपनी प्रस्तति देंगी. वहीं दो और तीन नंवबर को प्रदेश के जनजातीय एवं लोक नृत्य जैसे करमा, भगोरिया, बधाई, गणगौर, मोनिया आदि की प्रस्तुतियां भी होंगी.

1 से 3 नवंबर तक मनाया जाएगा राज्योत्सव

मध्य प्रदेश के 70वें स्थापना दिवस के अवसर पर जननायकों के जीवन और अवदान पर भोपाल और जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है. जिला-एक उत्पादश्, सम्राट विक्रमादित्य और अयोध्या के सील और सिक्के, मंदिर स्थापत्य व भारतीय ऋषि परम्परा पर प्रदर्शनियों का आयोजन किया गया है. राजधानी के लाल परेड ग्राउंड में 1 से 3 नवम्बर तक वन मेला, ड्रोन टैक वर्कशॉप और एक्सपो, मध्य प्रदेश की पारंपरिक कला प्रदर्शनी, प्रदेश में विरासत से विकास, प्रदेश की बावड़ियों, भोज और भोपाल आदि विषय पर प्रदर्शनी और देशज व्यंजनों का मेला भी आयोजित किया जा रहा है.

 

 

अभ्युदय मध्य प्रदेश 2047 प्रदर्शनी का शुभारंभ

70वें स्थापना दिवस के अवसर पर लाल परेड ग्राउंड में “अभ्युदय मध्य प्रदेश” प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है. यह प्रदर्शनी मध्य प्रदेश के वैभवशाली अतीत, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और उज्ज्वल भविष्य की झलक प्रस्तुत करती है. चित्रों और छायाचित्रों के माध्यम से प्रदेश की गौरवगाथा को सजीव रूप में प्रदर्शित किया गया है. इस प्रदर्शनी में विकसित मध्य प्रदेश 2047, राजा विक्रमादित्य और उनके समय की मुद्राएं, प्रदेश की बावड़ियां, पारंपरिक कला, विरासत से विकास तक की यात्रा, और देवलोक – मंदिर स्थापत्य जैसे विशिष्ट थीम आधारित सेक्शन शामिल हैं.