रीवा पहुंचीं करिश्मा कपूर, दादा राजकपूर की यादों से जुड़ा शहर देख भावुक हुए फैंस

रीवा: लोगों के दिलों में राज करने वालीं और 90 के दशक की मशहूर फिल्म अभिनेत्री करिश्मा कपूर रविवार शाम रीवा पहुंचीं. ये वहीं जगह है, जहां उनके दादा राज कपूर दिल दे बैठे थे. यहां करिश्मा कपूर स्थानीय ज्वेलरी शॉप के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल हुईं. करिश्मा पहली बार रीवा पहुंचीं, जिससे उन्हें देखने के लिए फैंस का हुजूम उमड़ पड़ा. करिश्मा ने भी रीवा और रीवा के लोगों की खूब तारीफ की और उनकी फरमाइश पर मंच पर जमकर थिरकीं.

फैंस ने भेंट की करिश्मा को उनकी स्केच पेंटिग

कार्यक्रम के दौरान करिश्मा के एक फैन ने अपनी कलाकारी से बनाई करिश्मा की स्केच पेंटिंग भेंट कर उनका दिल जीत लिया. इस दौरान अपने ही एक मशहूर गाने पर करिश्मा मंच पर जमकर थिरकीं और अपने फैंस को भी झूमने पर मजबूर कर दिया. करिश्मा भले ही पहली बार रीवा पहुंची हों पर इससे पहले उनके पिता अभिनेता रणधीर कपूर भी 2 बार रीवा आ चुके हैं.

करिश्मा का रीवा से है गहरा नाता

 

करिश्मा कपूर का रीवा से एक गहरा नाता है. दरअसल, करिश्मा कपूर के दादा राज कपूर और दादी कृष्णा राज कपूर की शादी रीवा में ही हुई थी. इस खास पल को संजो कर रखने के लिए उसी वैवाहिक स्थल पर भव्य और खूबसूरत कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम बना हुआ हैं. 'ग्रेट शो मैन' कहे जाने वाले राज कपूर की रीवा से जुड़ी बहुत ही दिलचस्प कहानी है. फिल्मी दुनिया से हटके निजी जिंदगी में राज कपूर का रीवा से जुड़ी कई किस्से हैं. वे यहां पर नाटक करने आया करते थे और यहीं से शुरू हुई उनकी प्रेम कहानी.

 

राज कपूर के पिता नाटक के लिए उन्हें भेजते थे रीवा

फिल्मी जगत के दिग्गज अभिनेता राज कपूर का जन्म 14 दिसंबर 1924 को कपूर हवेली, पेशावर (वर्तमान पाकिस्तान) में हुआ था. पेशावर में ही राज कपूर के पिता पृथ्वीराज कपूर के बचपन के एक दोस्त हुआ करते थे, करतार नाथ मल्होत्रा. समय बीतने के बाद पृथ्वीराज कपूर भारत के मुंबई शहर आए और यहां थिएटर की स्थापना की. जबकि उनके दोस्त करतार नाथ मल्होत्रा भारत के कई अलग-अलग राज्यों में पुलिस विभाग में अपनी सेवाएं देते हुए रीवा पहुंचे. यहां पर वे आईजी के पद पर थे.

 

पृथ्वीराज कपूर देश के कई इलाको में नाट्य का मंचन करते थे. इसी सिलसिले से वे अपनी थियेटर की टीम के साथ एक बार रीवा पहुंचे. रीवा में पृथ्वीराज कपूर की सुरक्षा की जिम्मेदारी तत्कालीन आईजी और उनके दोस्त करतार नाथ मल्होत्रा को सौंपी गई. यहां पर पृथ्वीराज कपूर ने अपने बचपन के दोस्त से मिलकर पुरानी यादें ताजा की. इसके बाद पृथ्वीराज कपूर ने नाटकों के लिए राज कपूर को रीवा भेजना शुरू कर दिया. तब राज कपूर की उम्र महज 22 साल ही थी.

पिता के दोस्त की बेटी को दिल दे बैठे राज कपूर

नाटकों के सिलसिले में अक्सर रीवा आने वाले राज कपूर पिता के दोस्त आईजी करतार नाथ के यहां आने जाने लगे. पहली बार आईजी करतार नाथ के यहां पहुंचे तो राज कपूर ने उनकी बेटी कृष्णा मल्होत्रा को देखा था. जिसके बाद उनकी निगाहें कृष्णा मल्होत्रा पर ही टिकी रह गईं. राज कपूर पहली नजर में ही कृष्णा को अपना दिल दे बैठे थे.

बताया यह भी जाता है कि पिता पृथ्वीराज कपूर और आईजी करतार नाथ अपनी दोस्ती को रिश्तेदारी में बदलने का फैसला पहले ही कर चुके थे. लेकिन जब पृथ्वीराज कपूर को अपने बेटे राज कपूर की प्रेम कहानी के बारे में पता चला तो उन्होंने एक दिन राज और कृष्णा के सामने ही दोनों की शादी का प्रस्ताव रख दिया. जिसे सुन राज कपूर ने बिना देरी किए ही एक पल में राजी हो गए. उधर कृष्णा मल्होत्रा भी विवाह के लिए तैयार हो गई.

ट्रेन से रीवा पहुंची थी बारात

13 मई 1946 को राजकपूर और कृष्णा मल्होत्रा दोनों वैवाहिक बंधन में बंधे. मुंबई से बॉम्बे हावड़ा ट्रेन में सवार होकर बारात रीवा पहुंची थी. दोनों की शादी में कई दिग्गज लोग पहुंचे थे और भव्य तरीके से आईजी बंगले में शादी हुई. राजकपूर और कृष्णा की शादी के ठीक 72 साल बाद वर्ष 2018 में उसी स्थान पर भव्य कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम बनकर तैयार हुआ जहां पर दोनों वैवाहिक बंधन में बंधे थे.

 

राज कपूर की पोती हैं करिश्मा कपूर

रविवार को रीवा पहुंची बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री करिश्मा कपूर रणधीर कपूर की बेटी और राज कपूर की पोती हैं. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, "रीवा वासियों से मिलकर बहुत खुशी हुई. यहां के लोगों में बहुत एनर्जी है, जिसे देखकर बहुत अच्छा लगा."