नई दिल्ली । कर्नाटक (Karnataka) के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया (Chief Minister Siddaramaiah) के साथ रविवार को एक अजीब घटना हो गई। विजयनगर के कुडलिगी में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे मुख्यमंत्री के सामने ही कुछ लोग उनका भाषण छोड़कर जाने लगे। मुख्यमंत्री ने झल्लाते हुए उन लोगों को टोका और बैठने के लिए कहा, जिसके बाद वह लोग वहीं बैठ गए और फिर उनका पूरा भाषण सुना।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने जैसे ही अपना भाषण शुरू किया कई लोग जाने के लिए उठ खड़े हुए। मुख्यमंत्री यह देखकर बोल पड़े, “अरे, कहाँ जा रहे हो? बैठ जाओ!” लोग फिर अपने सीटों पर बैठ गए। दरअसल सिद्दारमैया ने कई नेताओं के बोलने के बाद बोलना शुरू किया था, तब तक कई लोगों को शायद देर होने लगी और वह उठकर जाने लगे थे। इस कार्यक्रम में क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक आए थे।
इस अवरोध के बाद सिद्धारमैया ने अपना भाषण जारी रखा। हालांकि, भाषण के दौरान जनता के साथ बात थोड़ी ऊपर नीचे होती रही। उन्होंने कहा, “हम हर घर को 200 यूनिट मुफ़्त बिजली दे रहे हैं। सच है या झूठ?” लोग हालांकि चुप रहे। मुख्यमंत्री ने पूछा, “आप हाथ क्यों नहीं उठा रहे हैं?” फिर भी कोई जवाब नहीं आया। पास बैठे पार्टी नेताओं की ओर मुड़कर उन्होंने कहा, “देखिए, आप नेता भी हाथ नहीं उठा रहे हैं!” उनकी टिप्पणी के बाद, नेताओं ने तुरंत हाथ उठाकर समर्थन जताया।
इसके बाद कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का भरपूर साथ दिया। मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “विपक्ष कहता है कि हमारे पास अपनी गारंटी के लिए पैसे नहीं हैं। फिर हजारों करोड़ रुपये कहाँ से आए? भाजपा झूठ बोलने में माहिर है। वे मतदाताओं के साथ धोखाधड़ी करके सत्ता में आए हैं। अगर उनमें जरा भी आत्मसम्मान है, तो उन्हें इस्तीफा देकर घर चले जाना चाहिए।” सिद्दारमैया ने भाजपा पर बड़े पैमाने पर चुनावी हेराफेरी का आरोप लगाते हुए कहा, “महादेवपुरा में, एक घर से 80 वोट कैसे हो सकते हैं? भाजपा सत्ता के बिना नहीं रह सकती। यह पानी से बाहर निकाली गई मछली के मरने जैसा है।”
