केसरी सेवा सम्मान 2025 : 21 विभूतियों का होगा अलंकरण

इंदौर। समाज सेवा और राष्ट्र सेवा के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाली 21 प्रतिभाशाली हस्तियों को “केसरी सेवा सम्मान 2025” से अलंकृत किया जाएगा। यह भव्य समारोह 18 सितंबर 2025, शाम 4 बजे इंदौर प्रेस क्लब परिसर में आयोजित होगा।

इस जानकारी को साझा करते हुए केसरी फाउंडेशन की अध्यक्षा श्रीमती रोमा मल्होत्रा ने बताया कि संस्था विगत एक वर्ष से समाज के विभिन्न आयामों पर कार्य कर रही है। विशेषकर महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों के उत्थान हेतु संस्था ने अनेक सामाजिक दायित्व निभाए हैं। इसी कड़ी में समाज के लिए प्रेरणास्रोत बनने वाले व्यक्तित्वों को सम्मानित कर जनमानस में नई प्रेरणा जगाने का प्रयास किया जा रहा है।

समारोह के अतिथिगण

मुख्य अतिथि : इंदौर विधानसभा क्षेत्र-3 के विधायक गोलू शुक्ला

पावन सानिध्य : श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर परम पूज्य नितिन दास जी महाराज

विशिष्ट अतिथि : मध्य प्रदेश प्रेस क्लब के अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार डॉ नवीन आनंद जोशी
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री जीतू जिराती, मध्य प्रदेश–छत्तीसगढ़ केंद्रीय गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष हरपाल सिंह (मोनू भाटिया)

विशेष सम्मान

वरिष्ठ पत्रकार उमेश रेखे (50 वर्ष की पत्रकारिता) – लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड

क्रिकेट के क्षेत्र में योगदान हेतु संध्या अग्रवाल और चित्रा वाजपेई – खेल सेवा सम्मान

कुष्ठ रोगियों एवं बुजुर्गों की सेवा के लिए उज्जैन के सुधीर भाई गोयल – विशिष्ट सेवा सम्मान

भोपाल की प्रेरणास्रोत दिव्यांग समाजसेवी पूनम श्रोती – बेस्ट मोटिवेशनल सेवा सम्मान

कैंसर विशेषज्ञ डॉ. मनीष वर्मा (इंदौर) – अति विशिष्ट चिकित्सा योगदान सम्मान

अन्य सम्मानित विभूतियाँ

जगप्रीत सिंह टुटेजा, आनंद कामटेकर, प्रकाश धनगर, बलराज लोखंडे, प्रीति वाघ, इंदिराबाई श्यामलाल, बबीता हार्डिया, स्मृति आदित्य, कैप्टन वीरजी ,मस्तान सिंह (देश सेवा योगदान), बीएसएफ के बाबा सिंह, गौरी तिवारी (पुलिस सेवा), सुनील मतकर, पार्थ मुंशी, प्रमोद हार्डिया, प्रीत पावेजा – राष्ट्र सेवा एवं सुरक्षा क्षेत्र, हीना नीमा, डॉ. कविता शर्मा, प्रीति बावेजा,हेमंत गट्टानी, विवेक गावड़े, रेनू जयसिंघानी, पायल गिदवानी – सामाजिक सेवा व समाज सुधार कार्य , श्रीमती मल्होत्रा ने कहा कि इन विभूतियों का सम्मान समाज के प्रत्येक वर्ग को यह संदेश देगा कि निःस्वार्थ सेवा ही मानव जीवन का सबसे बड़ा ध्येय है।