नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम इन दिनों एजबेस्टन में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट की तैयारियों में जुटी हुई है। लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट में हार के बाद भारतीय टीम दूसरे मुकाबले में कुछ बदलाव कर सकती है। स्पिनर कुलदीप यादव ने इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली कैपिटल्स के मेंटर के रूप में इंग्लैंड के महान खिलाड़ी केविन पीटरसन के साथ समय बिताया। उन्होंने पीटरसन से इंग्लैंड की परिस्थितियों के बारे में जाना।
कुलदीप को मिल सकता मौका
कयास लगाए जा रहे हैं कि एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट में कुलदीप यादव को मौका मिला सकता है। अक्टूबर 2024 में भारत के लिए आखिरी टेस्ट खेलने वाले कुलदीप नेट्स में फुल स्ट्रेंथ से गेंदबाजी कर रहे हैं। इस साल की शुरुआत में कमर की चोट से उबरने के बाद उन्होंने भारत की चैंपियंस ट्रॉफी जीत में भी योगदान दिया। कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो एजबेस्टन में भारत 2 स्पिनर्स के साथ उतर सकता है। ऐसे में रवींद्र जडेजा का साथ कुलदीप यादव दे सकते हैं।
अटैक पर फोकस करेंगे कुलदीप
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कुलदीप ने स्पष्ट किया कि अगर उन्हें दूसरे टेस्ट में मौका मिलता है तो वह अटैक पर फोकस करेंगे। उन्होंने कहा, "अगर आप विकेट नहीं लेते हैं, तो आप टीम में अपनी जगह को सही नहीं ठहरा सकते हैं-खासकर इंग्लैंड में। चाहे आप घर पर खेल रहे हों या विदेश में, टारगेट एक ही है विकेट लें।"
इंग्लैंड के खिलाफ प्रदर्शन
कुलदीप का इंग्लैंड के खिलाफ रिकॉर्ड बेहद शानदार है। उन्होंने छह टेस्ट मैचों में 21 विकेट लिए हैं। कुलदीप ने कहा, "पीटरसन ने मुझे इंग्लैंड दौरे के लिए बहुत सी जानकारी दी। हमने फील्ड प्लेसमेंट, पिच और उनके बल्लेबाजों की मानसिकता पर चर्चा की। उन्होंने मुझे उनकी लाइन-अप के बारे में बताया और आक्रामक मानसिकता के महत्व पर जोर दिया।"
पीटरसन ने बताई अंदर की बात
यादव ने कहा, "पीटरसन ने मुझे बताया कि ज्यादातर स्पिनर डिफेंसिव माइंडसेट के साथ इंग्लैंड आते हैं। वे मानते हैं कि तेज गेंदबाज नुकसान पहुंचाएंगे और वे सिर्फ़ सहायक भूमिका निभाएंगे। लेकिन उन्होंने मुझे अलग तरह से सोचने के लिए कहा। अगर मैं 15 से 20 ओवर गेंदबाजी करता हूं, तो मुझे हर एक गेंद पर बल्लेबाज को आउट करने के बारे में सोचना चाहिए।"