अमेरिका में टिकटॉक को बचाने के लिए हुई लास्ट मिनट डील, अब जिनपिंग से बात करेंगे ट्रंप

वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टिकटॉक को बचाना चाहते हैं. टिकटॉक युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है जिसका फायदा चुनाव में भी मिला. यूरोप में अमेरिका और चीन के बीच बड़ी व्यापार बैठक हुई जिसमें इस डील को लेकर भी वार्ता हुई.

बता दें कि कांग्रेस ने पिछले साल राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताकर टिकटॉक के खिलाफ कड़े कदम उठाए थे. इसपर बैन लगाने या अमेरिकी खरीददार के हाथों बेचने के लिए कानून पारित किया था. इसकी समय सीमा 17 सितंबर को समाप्त हो रही है.

 

 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि अमेरिका और चीन के बीच यूरोप में एक प्रमुख व्यापार बैठक बहुत अच्छी रही. उन्होंने टिकटॉक के संबंध में चीन के साथ एक समझौते का भी संकेत दिया.

ट्रंप ने कहा कि वह शुक्रवार को राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बात करेंगे और दोनों देशों के बीच संबंध बहुत मजबूत बने हुए हैं. ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया हैंडल ट्रुथ सोशल पर कहा, 'यूरोप में अमेरिका और चीन के बीच बड़ी व्यापार बैठक बहुत अच्छी रही! यह जल्द ही समाप्त हो जाएगी. एक 'खास' कंपनी पर भी समझौता हुआ है जिसे हमारे देश के युवा बचाना चाहते थे. वे बहुत खुश होंगे! मैं शुक्रवार को राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बात करूँगा. यह रिश्ता अभी भी बहुत मजबूत है!

इससे पहले दिन में ट्रंप ने अमेरिका में टिकटॉक के भविष्य पर भी बात की थी और कहा था कि चीन अंततः ऐप के भविष्य को तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा क्योंकि दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता जारी है.

चर्चाओं को व्यापक आर्थिक और तकनीकी वार्ता से जोड़ते हुए उन्होंने वाशिंगटन लौटने से पहले न्यू जर्सी में संवाददाताओं से कहा, 'हो सकता है न हो. हम अभी टिकटॉक पर बातचीत कर रहे हैं. हम इसे खत्म होने दे सकते हैं, या हम इसे खत्म कर सकते हैं, मुझे नहीं पता. यह चीन पर निर्भर करता है. इससे बहुत फर्क नहीं पड़ता. मैं इसे बच्चों के लिए करना चाहूंगा. उन्हें यह पसंद है.'

उन्होंने आगे कहा, 'मेरा मतलब है, स्वार्थी तौर पर कहूँ तो मैंने टिकटॉक के साथ बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और मुझे युवाओं का वोट मिला. मुझे ऐसे नंबर मिले, जिनके आस-पास भी रिपब्लिकन पार्टी में कोई नहीं पहुँच पाया, कोई भी नहीं.'

न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार ट्रंप के पास 17 सितंबर तक का समय है कि वे टिकटॉक को उसके चीनी मालिक बाइटडांस से अलग करने के लिए कानून को लागू करें या विलंबित करें, अन्यथा अमेरिका में प्रतिबंध का सामना करना पड़ेगा. राष्ट्रपति पहले ही तीन बार इस कानून को लागू करने में देरी कर चुके हैं.

द न्यू यॉर्क टाइम्स के अनुसार कांग्रेस ने पिछले साल द्विदलीय विधेयक पारित करके देश में टिकटॉक पर तब तक प्रतिबंध लगा दिया था जब तक कि उसे कोई गैर-चीनी मालिक न मिल जाए. ऐसा इसलिए क्योंकि इस सोशल मीडिया ऐप के चीन से संबंध अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन गए थे.

चीन के साथ बातचीत अधिक जटिल रही है. ट्रंप ने अप्रैल में चीनी आयात पर 145 प्रतिशत टैरिफ लगाया था, जिससे व्यापार लगभग ठप्प हो गया था, लेकिन बाद में इसे घटाकर 30 प्रतिशत कर दिया गया. चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाया. पिछले शनिवार को चीन ने घोषणा की कि वह अमेरिका में बने कुछ माइक्रोचिप्स के निर्यात की जांच शुरू कर रहा है. एक दिन पहले अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने कहा था कि वह चीनी चिप कंपनियों को व्यापार काली सूची में डाल रहा है. इन कदमों से बातचीत पर और दबाव पड़ने की उम्मीद है.

दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं टैरिफ में और कटौती और अमेरिकी निर्माताओं के लिए महत्वपूर्ण रेयर अर्थ मिनरल्स और चुम्बकों के निर्यात पर चीन के प्रतिबंधों की स्थिति पर चर्चा कर रही हैं. ट्रंप प्रशासन इस बात से भी चिंतित है कि चीन ने अमेरिकी कृषि उत्पादों की खरीद बंद कर दी है, जिससे सोयाबीन किसानों की आजीविका खतरे में पड़ गई है.

बेसेंट ने चीन की अत्यधिक औद्योगिक क्षमता की आलोचना की है और उसकी अर्थव्यवस्था को असंतुलित बताया है. उन्होंने अपने चीनी समकक्षों से रूस और ईरान से तेल की खरीद पर अंकुश लगाने का आग्रह किया है. ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग अगले महीने दक्षिण कोरिया में एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग मंच पर मिल सकते हैं. ट्रंप ने यह भी संकेत दिया है कि वह शी जिनपिंग के निमंत्रण पर किसी समय चीन की यात्रा कर सकते हैं.