“लिटिल मास्टर हुए 76 के: सुनील गावस्कर के वो रिकॉर्ड्स जो आज भी टॉप पर हैं”

महान बल्लेबाजों में शुमार सुनील गावस्कर आज अपना 76वां जन्मदिन मना रहे हैं। गावस्कर ने भारत के लिए 16 वर्षों तक मुख्य बल्लेबाज की भूमिका निभाई। इस दौरान उन्होंने कई अहम और यादगार पारियां खेलीं। गावस्कर का नाम सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के महान क्रिकेटर्स की लिस्ट में शुमार है। गावस्कर ने अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था। वेस्टइंडीज के खिलाफ इस चार मैचों की टेस्ट सीरीज में गावस्कर ने चार शतक जड़े थे। इनमें से एक 220 रन की पारी भी थी। वहीं, उन्होंने तीन अर्धशतक भी जड़े। इस सीरीज से ही वह सुर्खियों में आ गए थे। आइए उनके बारे में कुछ दिलचस्प बातें जानते हैं…

टेस्ट मैचों में 10,000 रन पूरे करने वाले पहले खिलाड़ी

गावस्कर वह पहले खिलाड़ी थे जिन्होंने टेस्ट फॉर्मेट में 10 ह़जार रन का आंकड़ा छुआ था। मार्च 1987 में उन्होंने यह कीर्तिमान हासिल किया था। गावस्कर ने वेस्टइंडीज की बॉलिंग लाइन अप जिसमें माइकल होल्डिंग, एंडी रॉबर्ट्स, जोएल गार्नर, जेफ थॉम्पसन जैसे नाम शुमार थे, उनके खिलाफ खूब रन बनाए थे। गावस्कर ने संन्यास लेने से पहले टेस्ट में कुल 10,122 रन बनाए।

गावस्कर के नाम 34 टेस्ट शतक 

टेस्ट में 10 हजार रन बनाने के अलावा गावस्कर ऐसे पहले खिलाड़ी भी थे जिन्होंने क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में सबसे ज्यादा शतक लगाए थे। गावस्कर ने अपने करियर की 125 टेस्ट पारियों में 34 शतक लगाए थे। लंबे समय से यह रिकॉर्ड किसी भी खिलाड़ी से कोसों दूर रहा था, लेकिन साल 2005 में भारत क्रिकेट के एक और महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया था। भारत के लिए टेस्ट में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में गावस्कर, सचिन और द्रविड़ के बाद तीसरे स्थान पर हैं। 

वेस्टइंडीज के खिलाफ गावस्कर के रिकॉर्ड

वेस्टइंडीज की टीम गावस्कर के समय सबसे खतरनाक टीम मानी जाती थी। उनकी इस उपलब्धि का मुख्य कारण उनके तेज गेंदबाज थे। उस समय वेस्टइंडीज की इतनी साख होने के बावजूद गावस्कर हमेशा ही उनके खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते थे। गावस्कर ने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी पहली ही सीरीज में 774 रन जड़ दिए थे और टीम इंडिया की 1-0 से सीरीज (4 मैचों की) जीत में अहम भूमिका निभाई थी। 774 रन किसी भी डेब्यू सीरीज में किसी भी बल्लेबाज द्वारा बनाए गए सबसे ज्यादा रन हैं। यहां तक की गावस्कर के नाम वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे ज्यादा टेस्ट शतक का भी रिकॉर्ड है। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 27 टेस्ट में 13 शतक लगाए हैं।

बेहतरीन फील्डर

ज्यादातर लोग गावस्कर को उनकी शानदार बल्लेबाजी के लिए जानते हैं, लेकिन बहुत कम लोग जानते होंगे कि वह एक बेहतरीन फील्डर भी थे। विकेटकीपर को छोड़ दें तो गावस्कर ऐसे पहले भारतीय खिलाड़ी थे जिन्होंने टेस्ट मैचों में कैच का शतक पूरा किया था। गावस्कर ने अपने टेस्ट करियर में कुल 108 कैच पकड़े।

विश्व कप 1983 और विश्व चैंपियनशिप 1984-85 में चैंपियन

गावस्कर 1983 में विश्व कप विजेता जीतने वाली टीम के अहम सदस्य थे। विश्व कप के बाद साल 1984-85 में हुए बेंसन एंड हेजेज वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ क्रिकेट में भारतीय टीम का नेतृत्व कर रहे सुनील गावस्कर ने भारत को चैंपियन बनाया था। हालांकि, हैरानी की बात यह रही कि दोनों ही टूर्नामेंट में गावस्कर का बल्ला शांत रहा था। फिलहाल गावस्कर कमेंट्री पैनल का हिस्सा हैं।