उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में साइबर ठगी का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां इंदिरानगर इलाके के रहने वाले व्यापारी भूरी सिंह को गेमिंग एप के जरिए साइबर ठगों ने अपनी जाल में फंसा लिया. ठगों ने व्यापारी से तीन साल में करीब दो करोड़ रुपये हड़प लिए. पीड़ित ने आखिरकार परेशान होकर साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पीड़ित भूरी सिंह का कहना है कि वर्ष 2022 में उनके व्हाट्सऐप पर अलग-अलग अज्ञात नंबरों से लगातार कॉल और संदेश आने लगे. एक दिन उन्होंने एक मैसेज पर क्लिक किया, जिसके बाद उन्हें SKY247 नामक गेमिंग एप डाउनलोड करने के लिए कहा गया. इस एप के जरिए उन्हें बड़े मुनाफे का लालच दिया गया. जालसाजों ने कहा कि गेम खेलने और निवेश करने पर उन्हें दोगुना रिटर्न मिलेगा.
ठगों ने ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया
शुरुआत में आरोपियों ने ऑनलाइन एक लाख रुपये ट्रांसफर करने के लिए कहा. जब पीड़ित ने विरोध जताया तो ठगों ने उन्हें ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया. उन्होंने धमकी दी कि उनके सभी बैंक ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड उनके पास हैं और यदि पैसे नहीं भेजे गए तो इनकम टैक्स विभाग और सीबीआई को सूचना भेज दी जाएगी. मानसिक दबाव और डर के चलते व्यापारी ने ठगों की मांगें मान लीं.
धीरे-धीरे ये जालसाज व्यापारी को अपने प्रभाव में लेते गए. पीड़ित का आरोप है कि आरोपियों ने उन्हें न केवल आर्थिक रूप से ठगा बल्कि लगातार फोन और मैसेज के जरिए मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया. इतना ही नहीं, उन्होंने यह तक कहा कि आरोपी किसी तरह सम्मोहन (हिप्नोटिक ट्रिक) का इस्तेमाल कर उन्हें अपनी बातों में उलझाते रहे.
भूरी सिंह के अनुसार, जुलाई 2024 से जुलाई 2025 के बीच आरोपियों ने अलग-अलग बैंक खातों में दो करोड़ रुपये से अधिक की रकम ठगी के तौर पर हासिल की. शुरुआत में व्यापारी को विश्वास था कि वह निवेश कर लाभ कमा रहे हैं, लेकिन धीरे-धीरे सच्चाई सामने आने लगी. जब उन्होंने पैसा वापस मांगने की कोशिश की, तो आरोपियों ने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया.
पुलिस ने दर्ज किया केस
आखिरकार पीड़ित ने अपने परिचितों को पूरी घटना बताई और उनकी सलाह पर गोमतीनगर स्थित साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई. इस संबंध में साइबर थाना इंचार्ज इंस्पेक्टर बृजेश कुमार यादव ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है. पुलिस ने उन बैंक खातों और मोबाइल नंबरों की जानकारी जुटानी शुरू कर दी है जिनके जरिए ठगी की गई.
