रामकृष्ण आश्रम से 2.50 करोड़ की साइबर ठगी मामले में बड़ा एक्शन, हरदा से 20वां आरोपी गिरफ्तार

ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 8 महीने पहले डिजिटल अरेस्ट कर 2.50 करोड़ रुपए की ठगी का शिकार हुए रामकृष्ण आश्रम के सचिव स्वामी सुप्रदीप्तानंद के मामले में पुलिस ने एक और आरोपी की गिरफ्तारी कर ली है. संभवतः प्रदेश की सबसे बड़ी साइबर ठगी के इस मामले में अब तक 20 आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई है.

आश्रम के सचिव से ठगे थे 2.50 करोड़ रुपए

अप्रैल 2025 में ग्वालियर की साइबर विंग और क्राइम ब्रांच में रामकृष्ण आश्रम के सचिव स्वामी सुप्रदीप्तानंद ने शिकायत कर जानकारी दी थी कि साइबर ठगों ने मार्च महीने में 26 दिनों तक उन्हें एक प्रशासनिक अधिकारी बनकर डिजिटल अरेस्ट कर रखा था. इस दौरान उनसे आश्रम के बैंक खातों से 2 करोड़ 53 लाख रुपये ठग लिए थे. ये रकम साइबर ठगों ने प्रयागराज, लखनऊ, दुबई समेत कई अलग अलग शहरों के बैंक खातों में ट्रांसफर किए थे.

हरदा से एक और आरोपी की गिरफ्तारी

इस केस में पुलिस लगातार इन्वेस्टीगेशन कर रही है. शुरुआत में ही पुलिस ने लखनऊ से इस मामले से जुड़े 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद अलग अलग राज्यों से अब तक 19 आरोपियों को गिरफ्तार भी कर चुकी है. इनमें 2 म्यांमार और कंबोडिया में ठगी का सेटअप संचालित करते थे. इस मामले अब भी पुलिस गंभीरता से काम कर रही. ग्वालियर साइबर विंग ने करोड़ों की इस ठगी में एक और आरोपी की गिरफ्तारी शुक्रवार को मध्य प्रदेश के हरदा जिले में की है. आरोपी युवक का नाम अखिलेश बिश्नोई है, जिसे शनिवार को साइबर विंग पुलिस टीम ग्वालियर ले कर आई.

हरदा के बैंक खाते में जमा हुए थे ठगी के लाखों रुपये

बताया जा रहा है कि पुलिस जांच के दौरान तकनीकी साक्ष्यों में आश्रम के ठगे गए रुपयों में करीब 4 लाख 95 हजार रुपये हरदा के एक बैंक खाते में जमा हुए थे. इस जानकारी के आधार पर ग्वालियर साइबर क्राइम विंग की टीम हरदा पहुंची और आरोपी अखिलेश बिश्नोई को गिरफ्तार किया है.

 

 

मां के नाम पर खुलवाया खाता, ठगी में करता था इस्तेमाल

साइबर क्राइम विंग प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र कुशवाहा के मुताबिक, "पकड़े गए आरोपी से अब तक की पूछताछ में पता चला है कि उसने अपनी मां के नाम पर एक बैंक खाता हरदा में खुलवाया था. इस बैंक खाते पर उसने अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर कराया और खुद उसे ऑपरेट करता था. साइबर ठगी के दौरान उस बैंक खाते में जो रकम ट्रांसफर होती थी. वह चेक के जरिए रुपये बैंक से निकाल लेता था. रामकृष्ण आश्रम ठगी मामले में भी यही किया था. फिलहाल, आरोपी पुलिस हिरासत में है. अब पुलिस आरोपी से मामले में गहन पूछताछ कर रही है."