दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुई कार ब्लास्ट की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। सुरक्षाबलों ने 10 नवंबर की देर रात जम्मू-कश्मीर के पुलवामा और श्रीनगर में कई जगहों पर छापेमारी की। इस दौरान ब्लास्ट केस से जुड़े आरोपी डॉक्टर उमर मोहम्मद के दो भाइयों को गिरफ्तार किया गया, जबकि 13 अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। सभी से लगातार पूछताछ जारी है।
जांच एजेंसियों के मुताबिक, जिस i-20 कार में विस्फोट हुआ, वह उमर मोहम्मद की ही थी। उमर का संबंध हरियाणा के फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से बताया जा रहा है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में उसे पकड़ा था, जिसके ठिकाने से करीब 2900 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी।
सूत्रों के अनुसार, उमर पुलवामा का रहने वाला है और कार ब्लास्ट में उसकी संलिप्तता को लेकर जांच जारी है। एक CCTV फुटेज भी सामने आया है, जिसमें उमर जैसा दिखने वाला व्यक्ति काले मास्क में कार में बैठा दिखाई देता है। हालांकि, अभी तक इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि वह व्यक्ति वास्तव में उमर ही है।
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में उमर मोहम्मद और तारिक समेत कई लोगों के खिलाफ UAPA (Unlawful Activities Prevention Act) के तहत केस दर्ज कर लिया है। जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि ब्लास्ट में इस्तेमाल हुई कार कैसे पुलवामा के तारिक से उमर तक पहुंची।
