श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसर गजवात-उल-हिंद (AGuH) से जुड़े एक अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय आतंक मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. इस कार्रवाई में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो डॉक्टर भी शामिल हैं.
2,900 किलोग्राम विस्फोटक अब तक बरामद
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और करीब 2,900 किलोग्राम आईईडी बनाने का सामग्री बरामद किया है. जम्मू-कश्मीर और फरीदाबाद पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में यह ऑपरेशन अंजाम दिया गया.
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में फरीदाबाद के डॉक्टर मुअज़मिल अहमद गनई और कुलगाम निवासी डॉक्टर आदिल शामिल है. जांच में सामने आया है कि ये लोग विदेशी हैंडलरों के संपर्क में थे और सोशल और एजुकेशनल नेटवर्क्स के जरिए फंड जुटा रहे थे.
असॉल्ट राइफल, 2900KG विस्फोटक… फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉक्टर्स के ठिकानों से क्या-क्या मिला
पुलिस को मुजम्मिल की निशानदेही पर एक स्विफ्ट कार मिली, जिसमें से क्रिंकोव असॉल्ट राइफल, तीन मैगजीन और 83 राउंड बरामद हुए. इसके अलावा एक पिस्टल, 8 राउंड, दो मैगजीन और दो खाली खोखे भी मिले. ये सभी हथियार उसी स्विफ्ट कार से बरामद किए गए जो अल फलाह यूनिवर्सिटी में काम करने वाली एक महिला डॉक्टर की बताई जा रही है. पुलिस फिलहाल उससे पूछताछ कर रही है.
सबसे बड़ा खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने मुजम्मिल के बताए एक ठिकाने धौज इलाके में छापा मारा. वहां से लगभग 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट मिला, जिसे आठ बड़े और चार छोटे सूटकेस में छुपाकर रखा गया था.
पुलिस सूत्रों के अनुसार यह विस्फोटक करीब 15 दिन पहले ही मुजम्मिल तक पहुंचा था. इस सामग्री को आतंकी कोड वर्ड में ‘सफेद पाउडर’ कहा जाता है.
धौज वाले कमरे से पुलिस ने 20 टाइमर और 20 बैटरी भी बरामद की हैं. पुलिस का कहना है कि मुजम्मिल ने इस कमरे को सिर्फ विस्फोटक छिपाने के लिए किराए पर लिया था.
डॉक्टर मुजामिल को पुलिस ने दबोचा
फतेहपुर तगा गांव में पुलिस को एक और बड़ी कामयाबी मिली. सुबह से चल रही छापेमारी में एक घर से 2563 किलो संदिग्ध विस्फोटक सामग्री बरामद की है.
पुलिस के अनुसार, यह घर डॉक्टर मुजामिल ने एक मौलाना से किराए पर लिया था. मौलाना को पुलिस ने सुबह ही हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है. बताया जा रहा है कि फतेहपुर तगा गांव धौज से करीब 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
'व्हाइट कॉलर टेरर नेटवर्क'
पुलिस ने बताया कि यह 'व्हाइट कॉलर टेरर नेटवर्क' था जिसमें कुछ प्रोफेशनल्स और छात्र आतंकियों से जुड़े हुए थे. वो एन्क्रिप्टेड चैनलों के माध्यम से विचारधारा फैलाने, फंड मूवमेंट और हथियारों की सप्लाई का समन्वय कर रहे थे.
19 अक्तूबर को श्रीनगर के बुनपोरा नौगाम इलाके में जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर मिलने के बाद मामला दर्ज हुआ था. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि यह नेटवर्क न केवल घाटी बल्कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ है.
पकड़े गए सात संदिग्ध आतंकी
गिरफ्तार सात लोगों की पहचान आरिफ निसार डार उर्फ साहिल, यासिर-उल-अशरफ, मकसूद अहमद डार उर्फ शाहिद (सभी श्रीनगर), मौलवी इरफान अहमद (शोपियां), जमीर अहमद अहांगर (गंदरबल), डॉ. मुअज़मिल अहमद गनई (पुलवामा), और डॉक्टर आदिल (कुलगाम) के रूप में हुई है.
फरीदाबाद से डॉक्टर की गिरफ्तारी
डॉक्टर मुअज़मिल को फरीदाबाद में उसके किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया, जहां से पुलिस को 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, एके-56 रायफल, AK Krinkov, बरेटा पिस्टल, चीनी स्टार पिस्टल और सैकड़ों कारतूस मिले हैं. पुलिस ने बताया कि यह नेटवर्क सोशल वेलफेयर के नाम पर धन जुटाकर आतंकी गतिविधियों में खर्च करता था.
रविवार को भी मिला था विस्फोटक
गौरतलब है कि इससे पहले, फतेहपुर तगा गांव में रविवार को पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया था जिसमें एक कश्मीरी डॉक्टर मुजामिल के किराये के कमरे से 360 किलो अमोनिटम नाइट्रेट मिला था. यह कमरा मौलाना को आरोपी को किराये पर दिया था. फरीदाबाद में 360 किलो संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट बरामद होने पर हरियाणा DGP ओ.P. सिंह ने कहा, “…मैं इस ऑपरेशन में शामिल सभी पुलिसकर्मियों को बधाई देता हूँ, और हमें विश्वास है कि हमने समय रहते एक बड़े मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने में सफलता पाई है. विभिन्न एजेंसियाँ इस पर काम कर रही हैं। जैसे-जैसे जानकारी सामने आएगी, संबंधित एजेंसियाँ उसे साझा करेंगी. जांच जारी है, इसलिए इस पर और टिप्पणी करना उचित नहीं होगा.”
क्या है मामला
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर पुलिस ने सबसे पहले श्रीनगर में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर लगाने के मामले में एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया था. पिछले 15 दिनों से ऑपरेशन में तीन दिनों में पुलिस ने ताबड़तोड़ छापे मारे और फिर हरियाणा के फरीदाबाद और उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में भी छापेमारी की. इस मामले में अब तक कुल 7 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. दो लोग हरियाणा के फरीदाबाद से गिरफ्तार हुए हैं और यहां पर एक घर से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट. दो राइफल और कई पिस्तौल बरामद किए हैं. इसी तरह, सोमवार को एक अन्य घर में रेड से 2363 किलो विस्फोटक बरामद हुआ है.
अब तक कुल सात लोग गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में हरियाणा, यूपी और जम्मू एंवं कश्मीर राज्यों से कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है. पूरे मामले में आरिफ निसार डार उर्फ साहिल – निवासी नवगाम, श्रीनगर, यासिर-उल-अशरफ – निवासी नवगाम, श्रीनगर, मकसूद अहमद डार उर्फ शाहिद – निवासी नवगाम, श्रीनगर, मौलवी इरफान अहमद (मस्जिद के इमाम) – निवासी शोपियां, जमीर अहमद अहंगर उर्फ मुतलाशा – निवासी वाकुरा, गांदरबल, डॉ. मुजम्मिल अहमद गनई उर्फ मुसैब – निवासी कोईल, पुलवामा, डॉ. अदील निवासी वानपोरा, कुलगाम को अरेस्ट किया है. इनसे से जिसमें मुजम्मिल और आदिल की गिरफ्तारी फरीदाबाद से हुई है.
