नई दिल्ली। पहलगाम में हुए आतंकी हमले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा जारी है। इसी कड़ी में ब्रासीलिया में आयोजित बिक्र्स संसदीय मंच ने हमले की कड़ी निंदा कर आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर कार्रवाई करने का संकल्प लिया। यह पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है क्योंकि इसमें चीन के अलावा कई मुस्लिम देश भी शामिल हैं। मंच में भारत, ब्राजील, रूस, चीन, दक्षिण अफ्रीका के साथ-साथ ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, इथियोपिया और इंडोनेशिया के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। बैठक में भारत का नेतृत्व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने किया।
बिड़ला ने कहा कि आतंकवाद आज वैश्विक संकट बन चुका है, जिसका सामना अंतरराष्ट्रीय सहयोग से हो सकता है। उन्होंने चार प्रमुख कदमों की वकालत की। उसमें आतंकी संगठनों की आर्थिक मदद बंद हो, इंटेलिजेंस साझा करने की प्रक्रिया तेज हो, तकनीक के दुरुपयोग को रोके और जांच और न्यायिक प्रक्रियाओं में सहयोग बढ़ाने जैसे मुद्दे शामिल हैं। लोकसभा अध्यक्ष बिड़ला की इन बातों को बैठक में मौजूद सभी देशों ने एकमत से स्वीकार कर अंतिम घोषणापत्र में शामिल किया।
लोकसभा सचिवालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, संयुक्त घोषणापत्र में भारत के पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की गई और सभी बिक्स्र देशों के संसदों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर काम करने की सहमति दी। बैठक में आतंकवाद के अलावा एआई, वैश्विक व्यापार, अंतर-संसदीय सहयोग, और अंतरराष्ट्रीय शांति व सुरक्षा जैसे मुद्दों पर भी विचार-विमर्श हुआ। 
बिक्र्स में शामिल कई मुस्लिम देशों ने दिया पाकिस्तान को झटका
 
			
 
			 
			 
			