बुरहानपुर: जाको राखे साइयां, मार सके न कोई. यह कहावत बुरहानपुर में रविवार को चरितार्थ होती हुई दिखी. यहां एक नाबालिग लड़की ने जिला अस्पताल के वॉशरूम में नवजात बेटी को जन्म दिया. ऐसा आरोप है कि इसके बाद उस बच्ची का गला दबाकर जान से मारने का प्रयास किया, लेकिन ये प्रयास असफल हो गया तो दूसरी बार में नवजात को मारने की कोशिश की, लेकिन बच्ची रहस्यमय तरीके से बच गई.
अस्पताल की छत से बेटी को फेंका
आरोप है कि नाबालिग मां ने अपने कोख से जन्मी बेटी को 2 बार मारने का प्रयास किया. वह दोनों बार अपने मंसूबे को पूरा करने में नाकाम साबित हुई. जन्म देते ही नाबालिग मां ने बाथरूम में बेटी का गला घोटने की कोशिश की. जिससे नवजात के गले पर गहरे घाव आए हैं. इसके बाद मौका पाकर नवजात को अस्पताल की छत पर ले गई. यहां से उसे फेंक रफूचक्कर हो गई.
रहस्यमयी तरीके से बची बच्ची की जान
छत से फेंके जाने के बाद गनीमत रही कि नवजात कचरे के ढेर में जा गिरी. इससे बच्ची की जान बच गई. जब आसपास मौजूद लोगों को नवजात की रोने की आवाज सुनाई दी तो लोगों ने अस्पताल प्रबंधन और लालबाग पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने नवजात को आईसीयू में भर्ती कराया है, जहां उसका इलाज जारी है. फिलहाल बच्ची की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
नवजात के गले में लगे 5 टांके
डॉक्टरों की टीम ने नवजात के गले पर 5 टांके लगाए हैं. इधर लालबाग पुलिस ने नाबालिग मां के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इसके साथ ही इस घटनी की जांच शुरू कर दी गई है. अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं. फिलहाल इस घटना ने लोगों को झकझोर दिया है.
घटना की जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने बताया कि बच्चे को जन्म देने वाली मां नाबालिग थी. इसके आलावा उसकी अन्य जानकारी जुटाई जा रही है. लालबाग थाना प्रभारी अमित सिंह जादौन ने बताया कि "नवजात बच्ची को मारने का प्रयास किया गया, लेकिन मंसूबे नाकाम साबित हुए. अब पुलिस अस्पताल में भर्ती मरीजों और परिजनों से पूछताछ में जुटी है. अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं. नवजात बच्ची की मां का पता लगाकर उससे पूछताछ की जाएगी."
