चुराचांदपुर में 7,300 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे मोदी

नई दिल्ली।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 से 15 सितंबर तक मिजोरम, मणिपुर समेत पांच राज्यों का दौरा करेंगे। इस दौरान वे कुल 71,850 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे।

मणिपुर दौरे का महत्व

मणिपुर में जातीय हिंसा मई 2023 से जारी है। यह पीएम मोदी का हिंसा शुरू होने के बाद का पहला दौरा होगा। 13 सितंबर को वे चुराचांदपुर और इंफाल जाएंगे, जहां वे विस्थापित लोगों से मुलाकात करेंगे और शांति व विकास को बढ़ावा देने का संदेश देंगे।

चुराचांदपुर: 7,300 करोड़ की परियोजनाओं की नींव

पीएम मोदी दोपहर 12:30 बजे मिजोरम की राजधानी आइजोल से चुराचांदपुर पहुंचेंगे। यहां वे 7,300 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इसमें मणिपुर शहरी सड़कें, जल निकासी और परिसंपत्ति प्रबंधन सुधार परियोजना, मणिपुर इन्फोटेक डेवलपमेंट (MIND) और राष्ट्रीय राजमार्ग 102A का उन्नयन शामिल है। पीएम पीस ग्राउंड में जनसभा को भी संबोधित करेंगे।

इंफाल: 1,200 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन

इसके बाद पीएम मोदी इंफाल के कांगला किले जाएंगे। यहां वे 1,200 करोड़ रुपये की 17 परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इनमें मणिपुर भवन (दिल्ली व कोलकाता), नया सिविल सचिवालय, पुलिस मुख्यालय, विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) भवन, इंफाल नदी का विकास (दूसरा चरण) और एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूल (EMRS) शामिल हैं।

पीएम यहां भी विस्थापित लोगों से मुलाकात करेंगे।

विस्थापित लोगों की स्थिति, मणिपुर में करीब 57,000 लोग अब भी 280 से ज्यादा राहत शिविरों में रह रहे हैं। केंद्र सरकार ने राहत शिविर खत्म करने और समुदायों के बीच मुक्त आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए तीन-चरणीय पुनर्वास योजना शुरू की है। हाल ही में गृह मंत्रालय ने कुकी उग्रवादी संगठनों के साथ निलंबन संचालन समझौता भी नवीनीकृत किया है।

‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ का अहम हिस्सा

मुख्य सचिव पुनीत कुमार गोयल ने कहा कि मणिपुर भारत की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ का प्रवेश द्वार है। प्रधानमंत्री का यह दौरा राज्य में शांति बहाली और विकास की गति को तेज करेगा।

परियोजनाओं का प्रभाव

इन विकास योजनाओं से मणिपुर के बुनियादी ढांचे, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूती मिलेगी। इनमें शामिल हैं: नौ स्थानों पर कार्यरत महिलाओं के लिए हॉस्टल, 16 जिलों में 120 हाई स्कूलों व हायर सेकेंडरी स्कूलों का सुदृढ़ीकरण, सुदूर पहाड़ी इलाकों में सुपर स्पेशियलिटी स्वास्थ्य सेवाएं।