Mp Weather Update : मध्य प्रदेश के लोगों को जिस पल का इंतजार था वो आ चुका है. पिछले 24 घंटों में जहां मॉनसून प्रदेश के 20 जिलों को कवर कर चुका है, तो वहीं आज इसके राजधानी भोपाल, जबलपुर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में पहुंचने की संभावना है. इसी के साथ प्रदेश के ज्यादातर जिलों में गरज चमक के साथ बारिश व तेज हवाएं चलने का अलर्ट है. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में मॉनसून अपनी नॉर्मल डेट 15 जून से 1 दिन देरी से पहुंचा. वहीं इसे आगे बढ़ने में और 24 घंटे लग गए.
4 सिस्टम सक्रिय, तूफान और बारिश का कॉम्बो
' वर्तमान में बारिश और आंधी के 4 सिस्टम सक्रिय हैं. पड़ोसी राज्य गुजरात में निम्न दबाव का क्षेत्र और एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है. इसके साथ ही पश्चिमी विक्षोभ और ट्रफ लाइन की एक्टिविटी भी देखने को मिल रही है. यही वजह है कि अगले 24 घंटे से पूरे प्रदेश में मौसम बदल जाएगा. इस दौरान मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है.''
आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक आज बुधवार को इंदौर उज्जैन संभाग, खासतौर पर रतलाम, नीमच, धार, झाबुआ और मंदसौर में भारी बारिश हो सकती है. इसके साथ ही मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के साथ-साथ जबलपुर, ग्वालियर समेत कई जिलों में तेज आंधी और गरज-चमक का अलर्ट है. वहीं नरसिंहपुर, जबलपुर और कटनी में तूफानी हवाओं के साथ बारिश हो सकती है. प्रदेश के ज्यादातर जिलों में 40 से 60 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, इसे लेकर मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. बता दें कि मध्यप्रदेश के इंदौर समेत 20 जिलों में मॉनसून ने दस्तक दे दी है.
भीषण गर्मी से मिलने लगी राहत
प्रदेश के कई जिलों में हल्की बारिश व तेज हवाओं से दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. इससे भीषण गर्मी से राहत जरूर मिली है लेकिन जब तक तेज बारिश नहीं होती, उमस बेचैन कर सकती है. मौसम विभाग ने 21 जून तक पूरे प्रदेश में मल्टी हजार्ड वॉर्निंग जारी की है. इससे तापमान में खासी गिरावट देखने मिल सकती है. पिछले 24 घंटे में भोपाल में अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री, जबलपुर में 34.5, इंदौर में 32.2 डिग्री, ग्वालियर में 38.5 डिग्री और उज्जैन में 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. आने वाले दिनों में अधिकतम तापमान में और गिरावट दर्ज की जाएगी.
पिछले साल के मुकाबले 7 दिन पहले आया मॉनसून
मध्य प्रदेश में इस साल मॉनसून भले ही एक दिन लेट हो गया हो पर पिछले साल के मुकाबले ये 7 दिन पहले आया है. दरअसल, 2024 में मॉनसून ने मध्य प्रदेश में 23 जून को दस्तक दी थी. हालांकि, देरी के बावजूद पिछले साल मॉनसून ने कई रिकॉर्ड तोड़े. भोपाल में पिछले 40 सालों में चौथी सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई. इस दौरान कुल 64.35 इंच बारिश हुई थी. वहीं पूरे प्रदेश में औसत से ज्यादा बारिश दर्ज की गई थी.
जून के पहले हफ्ते में आने वाला था मॉनसून
इस बार मॉनसून केरल में समय से एक हफ्ते पहले आ गया था. दक्षिण पश्चिम मॉनसून की रफ्तार देखते हुए कयास लगाए जा रहे थे कि यह जून के पहले ही हफ्ते में मध्य प्रदेश पहुंच जाएगा पर ऐसा नहीं हुआ. दरअसल, महाराष्ट्र व छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में समय से पहले पहुंचने के बाद मॉनसून ठहर गया था. इस वजह से इसे मध्य प्रदेश पहुंचने में देरी हो गई.