Telangana Congress: तेलंगाना में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने अपनी राज्य इकाई को मजबूत करने और संगठन को ज़मीनी स्तर पर सक्रिय बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (TPCC) के लिए 27 उपाध्यक्षों और 69 महासचिवों की नियुक्ति की घोषणा की है। यह नियुक्तियां ऐसे समय में की गई हैं जब राज्य में हाल ही में मंत्रिमंडल का पहला विस्तार किया गया है, और पार्टी आगामी स्थानीय निकाय चुनावों तथा संगठनात्मक सशक्तिकरण की तैयारियों में जुटी है।
कांग्रेस नेतृत्व की मुहर
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इन नामों को मंजूरी दी, जबकि एआईसीसी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने सोमवार रात यह सूची सार्वजनिक की। उल्लेखनीय है कि यह नियुक्तियां पिछले छह महीने से लंबित थीं। यह फेरबदल एआईसीसी द्वारा टीपीसीसी की पांच समितियों की घोषणा के कुछ ही दिन बाद किया गया है।
प्रमुख चेहरों को मिली जगह
नवनियुक्त उपाध्यक्षों में सांसद, विधायक, एमएलसी और संगठन के अनुभवी चेहरों को जगह दी गई है। नलगोंडा सांसद के. रघुवीर रेड्डी, विधायक नैनी राजेंद्र रेड्डी और डॉ. चिक्कुडु वामशी कृष्णा, एमएलसी बालमूर वेंकट और बसवराजू सरैया, साथ ही एआईसीसी सदस्य और TPCC महासचिव कोटा नीलिमा को उपाध्यक्ष बनाया गया है।
अन्य उपाध्यक्षों में टी. कुमार राव, हनुमंदला झांसी रेड्डी, बंदी रमेश, कोंडरू पुष्पलीला, बी. कैलाश कुमार, नमिंदला श्रीनिवास, अथराम सुगुना, लकावथ धनवंती, एम. वेणु गौड़, एम.ए. फहीम, अफसर यूसुफ ज़ही जैसे विविध सामाजिक समूहों के प्रतिनिधि शामिल हैं।
एससी-एसटी और अल्पसंख्यकों को अहम जगह
पार्टी नेतृत्व ने इन नियुक्तियों में पिछड़ा वर्ग (OBC), अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अल्पसंख्यकों को पर्याप्त प्रतिनिधित्व देने पर विशेष जोर दिया है। इससे पार्टी की सामाजिक समावेशिता की नीति स्पष्ट होती है, जिसका लक्ष्य सभी वर्गों को संगठन में प्रतिनिधित्व देना है।
महासचिवों में भी विविधता
69 महासचिवों की सूची में भी विधायक वेदमा बोज्जू, पर्णिका रेड्डी, मटका रागमयी सहित कई अनुभवी और युवा नेताओं को शामिल किया गया है। महासचिवों की यह टीम टीपीसीसी अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी की अगुवाई में संगठनात्मक गतिविधियों को धार देने का काम करेगी।
मंत्रिमंडल विस्तार के बाद संगठनिक मजबूती
ये नियुक्तियां तेलंगाना में राज्य मंत्रिमंडल के पहले विस्तार के एक दिन बाद की गई हैं। हाल ही में जी. विवेक वेंकटस्वामी, अदलुरी लक्ष्मण कुमार और वक्ति श्रीहरि को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। राज्य मंत्रिमंडल की अधिकतम सीमा 18 है, लेकिन वर्तमान में केवल 14 मंत्री हैं, जिससे 4 पद अभी रिक्त हैं।