कई लोग पार्लर में जाकर बालों को घुंघराले करने के लिए पैसे बहाते हैं, तो कई लोगों के बाल पहले से या यूं कहें कि जन्म से ही घुंघराले होते हैं। आप सभी ने अक्सर सुना होगा कि इंसान के पास जो होता है, वो उससे संतुष्ट नहीं होता है। यही कारण है कि चपटे बाल वाले पैसे देकर बालों को कर्ल करते हैं और कर्ली बाल वाले भी पैसे लगाकर बालों को चपटा करने में लगे रहते हैं। हालांकि, परेशानी कर्ली बाल वाले लोगों को ज्यादा होती है, क्योंकि इन लोगों को जीवन के लगभग हर मोड़ पर नूडल और चाउमीन जैसे मजाकों का सामना करना पड़ता है। इन्हीं बातों से तंग आकर लोग कर्ली बालों को स्ट्रेट करते हैं। हालांकि, किसी भी व्यक्ति के लिए रोजाना 1 घंटा लगाकर बालों को सीधा करना मुमकिन नहीं होता है। ऐसे में लोग बीच का रास्ता निकालने के लिए मजबूर हो जाते हैं।
बीच का रास्ता क्या है?
यहां हम जिस बीच के रास्ते की बात कर रहे हैं, असल में इसे करवाने के लिए 10 हजार का खर्चा कहीं नहीं गया है। ये हम आपको बेसिक खर्चा बता रहे हैं, ये आंकड़ा जगह के हिसाब से कम या ज्यादा भी हो सकता है। दरअसल, हम केराटिन ट्रीटमेंट के बारे में बात कर रहे हैं। आप सभी ने इसके बारे में सोशल मीडिया पर अच्छी और बुरी दोनों ही तरह की बातें सुनी होगी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि केराटिन असल में क्या होता है?
केराटिन क्या है?
बता दें कि केराटिन ट्रीटमेंट एक हेयर स्मूदनिंग प्रोसेस है। इसमें बालों पर आर्टिफिशियल तरीके से केराटिन लगाया जाता है, ताकि वे सीधे बालों में जा सके। इससे बाल मुलायम और चमकदार दिखाई देते हैं। ये ट्रीटमेंट खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद होता है, जिनके बाल रूखे, घुंघराले या बहुत ज्यादा उलझे हुए रहते हैं। बता दें कि केराटिन को अक्सर परमानेंट हेयर स्ट्रेटनिंग ट्रीटमेंट की तरह देखा जाता है,लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या सच में ये बालों के लिए इतना फायदेमंद होता है?
कंटेंट क्रिएटर ने क्या कहा?
केराटिन को लेकर इंस्टाग्राम पर एक कंटेंट क्रिएटर अमाल ने अपने अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट की है। इस वीडियो में उन्होंने बताया कि उनके बाल नेचुरली कर्ली हैं। साथ ही, वो एक जगह से दूसरी जगह बहुत ज्यादा ट्रेवल करती हैं, ऐसे में उनके बाल फ्रिजी हो जाते हैं। यही वजह है कि अमाल को रोजाना 1-1 घंटा लगाकर अपने बालों को स्ट्रेट करना पड़ रहा था। तब उन्होंने केराटिन करवाने का फैसला लिया। इसके बाद अमाल ने केराटिन की 3 सिटिंग्स ली। इस वीडियो में आगे उन्होंने अपना अनुभव भी शेयर किया है।
कैसा रहा अमाल का अनुभव?
अपनी वीडियो में अमाल ने कहा कि केराटिन करवाने के बाद उनके बाल इतने सिल्की-स्मूथ और शाइनी हो गए थे कि वो हेयर वॉश करने के तुरंत बाद बिना बालों में कंघी फेरे बिना घर से बाहर जा सकती थीं। अमाल अपने केराटिन के फैसले को लेकर खुश थीं कि उन्होंने अच्छा काम किया है। हालांकि, उनकी ये खुशी महज 3 महीने की थी। कंटेंट क्रिएटर ने वीडियो में बताया कि चौथा महीना शुरू होते ही उनके बाल फ्रिजी और ड्राई दिखने लगे। सबसे ज्यादा समस्या हेयर फॉल की थी। जब भी अमाल अपने बाल धोती थी, तो उनके हाथों में हजारों बालों का एक गुच्छा होता था। ऐसे में उनका स्ट्रेस बढ़ गया और एक समय पर अमाल रो भी दी थीं।
केराटिन कराएं या नहीं?
अमाल ने अपनी वीडियो में बताया कि इस ट्रीटमेंट के चौथे महीने से आपके बाल इतना ज्यादा झड़ेंगे कि बालों में खाली होती जगह अलग से नजर आएगी। इसके बाद जब आपके बाल नेचुरली उगना शुरू होंगे, तब ये पहले से कई गुना ज्यादा फ्रिजी, डैमेज और कर्ली नजर आएंगे। हालात कुछ ऐसे होंगे कि आपको दोबारा केराटिन करवाना ही सही लगे। अगर आपने अभी तक ये ट्रीटमेंट नहीं करवाया है, तो रूक जाइए। आपको बिना किसी अनुभवी डर्मेटोलॉजिस्ट की सलाह के ये ट्रीटमेंट नहीं करना चाहिए।
क्या केराटिन के कारण झड़ते हैं बाल?
बालों का नेचुरली रखें ध्यान
जी हां, आपको बालों का नेचुरली ख्याल रखने की कोशिश करनी चाहिए। अगर आपके बाल कर्ली हैं, तो अमाल के मुताबिक, आप इन्हें चपटा बनाने के लिए स्ट्रेटनर की मदद ले सकते हैं। हालांकि, इससे भी बालों को नुकसान ही होता है। मगर केराटिन से कम होता है। इसके अलावा, आप डाइट का ध्यान और लाइफस्टाइल में हेल्दी बदलाव कर सकते हैं। इससे आपकी सेहत की नहीं बालों और स्किन को भी फायदे होंगे।