अब यूक्रेन, रूस को ठंड में तड़पाकर मारने की प्लानिंग

मॉस्को। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चौथे साल में पहुंच गया है। तमाम प्रयासों के बाद भी शांति स्थापित नहीं हो पाई है। रुस ने यूक्रेन के हिस्से पर कब्जा भी कर दिया है, जिसमें बड़े-बड़े शहर शामिल हैं। यूक्रेन लगातार चोट झेल रहा है और ट्रंप, पुतिन को शांति समझौते के लिए नहीं मना पा रहे हैं। हाल ही में यूक्रेन ने रूस के हाथों पोक्रोव्स्क शहर गंवा दिया है। इस खराब हालत में भी यूक्रेन ने एक बड़ा दावा कर डाला है। यूक्रेनी सेना का कहना है कि उसने रूस की लाइफ लाइन पर अटैक कर दिया है। यूक्रेन ने रूस के रिफाइनरी पर ऐसे वक्त पर अटैक किया है, जब दोनों देश एक दूसरे के ऊर्जा के बुनियादी ढांचे को टारगेट कर रहे हैं। सर्दियां करीब हैं ऐसे में दोनों अपने-अपने दुश्मन को ठिठुरता देखना चाहते हैं। इससे पहले रूस ने यूक्रेन के बिजली ट्रांसमिशन सिस्टम पर अटैक किया था, जिसकी मरम्मत में काफी वक्त लग रहा है। पिछले हफ्ते यूक्रेन के राज्य-संचालित बिजली ट्रांसमिशन सिस्टम ऑपरेटर, यूक्रेनर्गो ने घोषणा की थी कि मरम्मत के काम के दौराम देश के अधिकांश क्षेत्रों में बिजली कटौती होगी।बता दें कि शुक्रवार को रूस ने यूक्रेन की राजधानी पर अटैक किया था। जिसमें 6 लोगों की मौत हुई था और करीब 40 लोग घायल हो गए थे। इस अटैक में रेजीडेंशियल बिल्डिंग्स पर निशाना साधा गया था। इस हमले को यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने इसे ‘दुष्टतापूर्ण हमला’ बताते हुए कहा कि रूसी हमले में बैलिस्टिक और एयरोबैलिस्टिक मिसाइलों सहित लगभग 430 ड्रोन और 18 मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेनी ने दावा किया है कि उसने रूस द्वारा कीव पर बड़े पैमाने पर, घातक हमले किए जाने के एक दिन बाद जवाबी कार्रवाई की है। इस बार राजधानी मॉस्को के पास एक रूसी तेल रिफाइनरी पर हमला किया गया है। यूक्रेनी सेना ने शनिवार को सोशल मीडिया के जरिए इस अटैक के बारे में जानकारी दी है, जिसमें बताया गया है कि रूस को रियाजान क्षेत्र में स्थित रिफाइनरी पर ब्लास्ट के जरिए तगड़ा जवाब दिया गया है। पोस्ट में लिखा है कि ‘ये दुश्मन की मिसाइल और बम हमले शुरू करने की क्षमता को कम करने के प्रयासों का एक हिस्सा है’।