NSDL का 4011 करोड़ रुपये का IPO 30 जुलाई को होगा लॉन्च, प्राइस बैंड ₹760-₹800

व्यापार : नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) आईपीओ के जरिये 4,011 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। कंपनी ने शुक्रवार को प्रति शेयर 760 से 800 रुपये का प्राइस बैंड तय किया। डिपॉजिटरी का पहला सार्वजनिक निर्गम 30 जुलाई को खुलेगा और 1 अगस्त को समाप्त होगा। एंकर निवेशकों के लिए एक दिन की बोली 29 जुलाई को खुलेगी।

5.01 करोड़ शेयरों की होगी बिक्री

इस आईपीओ में केवल 5.01 करोड़ शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल है। इसके तहत शेयर बेचने वाली कंपनियां हैं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एनएसई), भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), एचडीएफसी बैंक, आईडीबीआई बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया के निर्दिष्ट उपक्रम के प्रशासक (एसयूयूटीआई)। चूंकि यह सार्वजनिक निर्गम पूरी तरह से एक ओएफएस है, इसलिए एनएसडीएल को आईपीओ से कोई आमदनी नहीं होगी। मूल्य बैंड के ऊपरी स्तर पर, एनएसडीएल के पहले आईपीओ से 4,011 करोड़ रुपये प्राप्त होने की उम्मीद है। इससे कंपनी का मूल्यांकन 16,000 करोड़ रुपये हो जाएगा।

एनएसडीएल दूसरी सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली डिपॉजिटरी बन जाएगी

इस आगामी लिस्टिंग से एनएसडीएल, सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (सीडीएसएल) के बाद देश की दूसरी सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली डिपॉजिटरी बन जाएगी। इसे 2017 में एनएसई में सूचीबद्ध किया गया था। सेबी के स्वामित्व मानदंडों का पालन करने के लिए एनएसडीएल की लिस्टिंग बेहद जरूरी है। इन नियमों के अनुसार, कोई भी संस्था किसी डिपॉजिटरी कंपनी में 15 प्रतिशत से ज्यादा शेयरधारिता नहीं रख सकती।

आईडीबीआई और एनएसई को एनएसडीएम में से घटाने होंगे शेयर

सेबी के नियमों का पालन करने के लिए एनएसडीएल के प्रमुख शेयरधारकों, आईडीबीआई बैंक और एनएसई को कंपनी में अपनी हिस्सेदारी कम करनी होगी। वर्तमान में, आईडीबीआई बैंक के पास एनएसडीएल में 26.10 प्रतिशत और एनएसई के पास 24 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जो स्वीकार्य सीमा से अधिक है। यह एक सेबी-पंजीकृत बाजार अवसंरचना संस्थान है, जो भारत में वित्तीय और प्रतिभूति बाजारों को उत्पादों और सेवाओं की एक विस्तृत शृंखला प्रदान करता है। 1996 में डिपॉजिटरी अधिनियम लागू होने के बाद, एनएसडीएल ने नवंबर 1996 में भारत में प्रतिभूतियों के विभौतिकीकरण में अग्रणी भूमिका निभाई।

वित्त वर्ष 2025 में डिपॉजिटरी का शुद्ध लाभ 24.57 प्रतिशत बढ़ा

पूरे वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए, डिपॉजिटरी का शुद्ध लाभ 24.57 प्रतिशत बढ़कर 343 करोड़ रुपये हो गया और कुल आय बढ़कर 1,535 करोड़ रुपये हो गई। यह वित्त वर्ष 2023-24 की तुलना में 12.41 प्रतिशत की वृद्धि है। कंपनी ने घोषणा की कि निर्गम आकार का आधा हिस्सा योग्य संस्थागत खरीदारों के लिए, 35 प्रतिशत खुदरा निवेशकों के लिए और शेष 15 प्रतिशत गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित रखा गया है। निवेशक न्यूनतम 18 शेयरों के लॉट साइज और उसके बाद 18 के गुणकों में बोली लगा सकते हैं। शेयरों का एक लॉट प्राप्त करने के लिए निवेशकों को न्यूनतम 14,400 रुपये का निवेश करना होगा।

6 अगस्त को सूचीबद्ध होने की उम्मीद

आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एक्सिस कैपिटल, एचएसबीसी सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया), आईडीबीआई कैपिटल मार्केट्स एंड सिक्योरिटीज, मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स इस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं। एनएसडीएल के शेयर 6 अगस्त को सूचीबद्ध होने की उम्मीद है।