MP में खाद को लेकर सियासी घमासान तेज, कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने

भोपाल। मध्य प्रदेश में खाद का संकट बढ़ता जा रहा है. किसानों को जरूरत के अनुसार खाद नहीं मिल पा रही है, तो वहीं इस मुद्दे पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार पर निशाना साधा है। वहीं मुख्यमंत्री मोहन यादव ने खाद काे लेकर नेता प्रतिपक्ष के बयान पर पलटवार किया है।

कांग्रेस के बयान पर सीएम का पलटवार

मध्य प्रदेश में खाद को लेकर जमकर सियासत हो रही है। उमंग सिंघार ने प्रदेश में खाद के संकट को लेकर सरकार पर तंज कसा है। जिस पर सीएम मोहन यादव ने विपक्ष को आईना दिखाने का काम किया है। सीएम ने बताया कि किसानों को सभी क्षेत्रों में जो समर्थन भाजपा सरकार से मिल रहा है वो कांग्रेस ने अपने शासनकाल में नहीं किया।उनके शासन में किसानों को सिंचाई की व्यवस्था नहीं दी। कांग्रेस सरकार में बिजली का तो सवाल ही नहीं उठता।उन्होंने सिंचाई के लिए किसानों को जनरेटर, इनवर्टर तक नहीं दिया गया. साल 2003 में साढ़े 7 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचाई थी लेकिन यह आंकड़ा आज 52 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है। वहीं हम इसे 100 लाख हेक्टेयर तक ले जाने वाले हैं। जहां 2003 तक गेहूं का भाव 500 रुपये प्रति क्विंटल था वो आज बीजेपी की सरकार में 2600 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच गया है। ये बात किसान भी यह अच्छे से जानते हैं। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश की जनता जानती है कांग्रेस की पूरे देश में दुर्दशा क्या है। कांग्रेस अपनी जमीन ढूंढने का प्रयास कर रही है लेकिन वह नाकाम ही रहेगी।

खाद संकट पर उमंग सिंघार का बयान

उमंग सिंघार ने बयान देते हुए कहा था कि प्रदेश में खाद का संकट लगातार बना हुआ है और किसान खाद के लिए परेशान हो रहे हैं। सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात करती है। लेकिन, क्या वजह है कि सरकार खाद उपलब्ध नहीं करा पा रही है?

कृषि मंत्री और सीएम पर कसा तंज

उन्होंने कृषि मंत्री शिवराज सिंह और मुख्यमंत्री मोहन यादव पर तंज कसते हुए कहा कि शिवराज जी पंजाब धूम रहे हैं, शायद मध्य प्रदेश के किसानों को वो भूल गए है। वहीं सीएम आज छात्रों काे स्‍कूटियां बांट रहे है। उसके लिए बधाई है, लेकिन किसानों को भी खाद की बोरी बांट देते. एमपी में में 45% से अधिक किसान हैं।

भिंड में खाद को लेकर लाठीचार्ज

सिंघार ने एमपी के भिंड में किसानों पर लाठीचार्ज पर भी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार में किसानों पर लाठियां बरसाई जा रही हैं। उन्हें खाद के बजाए पुलिस की लाठियां मिल रहीं है.बता दें कि, मध्य प्रदेश के भिंड जिले की लहार सहकारी समिति में 8 सितंबर को सुबह चार बजे से ही किसान खाद लेने के लिए लाइन में लग गए थे। भीड़ बढ़ने से दोपहर तक अव्यवस्था फैल गई और हालात कर्मचारियों के काबू से बाहर होने पर पुलिसकर्मियों को बुलाया गया। पुलिस ने किसानों को जमीन पर बैठने के लिए कहा, लेकिन जब किसानों ने विरोध किया तो प्रधान आरक्षक रामराज सिंह गुर्जर ने लाठियां चला दीं। जिसके बाद भिंड एसपी ने मामले में संज्ञान लिया और प्रधान आरक्षक को निलंबित कर दिया है।