सिंहस्थ 2028 की तैयारी तेज: डेढ़ लाख मीट्रिक टन कचरे की सफाई, जगह पर बनेगा हरित पार्क

उज्जैन: नगर निगम ने सिंहस्थ 2016 के शहर के गोंदिया ट्रेंचिंग ग्राउंड और एमआर 5 स्थित ट्रांसफर स्टेशन पर पड़ा लगभग डेढ़ लाख मीट्रिक टन कचरा नष्ट करने का काम शुरू किया है. कचरा नष्ट करने का काम करीब 10 साल बाद शुरू हुआ है. इससे हजारों रहवासियों को बड़ी राहत मिलेगी. इसमें शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्र शामिल है. इस कचरे को नष्ट करने से नगर निगम को अच्छी-खासी कमाई भी होगी. साथ ही लाखों वर्ग फुट की जमीन कचरे से मुक्त होगी.

नगर निगम कमिश्नर अभिलाष मिश्रा का कहना है "शहरी क्षेत्र में आने वाले दिनों में कचरे को पूरी तरह हटा कर उद्यान और सेल्फी पॉइंट बनाएंगे. जिससे रहवासी साफ स्वच्छ मैदान में घूम सकेंगे और चैन की सांस ले सकेंगे. तीन चरणों में ये काम हो रहा है."

150 मीट्रिक टन कचरे को किया जा रहा नष्ट

उज्जैन नगर निगम शहर से 20 किलोमीटर दूर गोंदिया ट्रेंचिंग ग्राउंड और शहर के आगर-मक्सी बायपास मार्ग पर बने एमआर 5 में बीते 10 सालों से शहर से निकलने वाला कचरा फेंकता रहा है. हर रोज शहर का करीब 250 टन कचरा और पूरे जिले का लगभग 500 टन कचरा बीते 10 सालों में डेढ़ लाख मीट्रिक टन तक पहुंच गया. कचरे के बड़े-बड़े पहाड़ बन गए. हालत यह हो गए कि आस-पास में रहने वाले शहरी और ग्रामीण रहवासियों को धुंए के कारण सब कुछ दिखना बंद हो गया था.

खाली मैदान में बनाएंगे उद्यान?

नगर निगम कमिश्नर अभिलाष मिश्रा ने बताया कि "जैसे ही यह लाखों वर्ग फुट की जमीन कचरा मुक्त होगी. यहां हरियाली, सेल्फी पॉइंट बनाने की योजना पर विचार चल रहा है. जिससे लोग यहां घूम सकेंगे. अब तक 50000 टन कचरे का निष्पादन उज्जैन नगर निगम ने अलग-अलग क्षेत्रों में कर दिया है. आगामी 1 माह में काम पूरा कर देंगे. अत्याधुनिक मशीनों का उपयोग किया जा रहा है."

नगर निगम की होगी बंपर कमाई?

मिली जानकारी अनुसार, यह पूरा काम बायोरेमेडीएशन टेक्नोलॉजी के तहत किया जा रहा है. जो कचरे को छांट कर उससे उच्च कैलोरी वाला रिफ्यूज्ड ड्राइवड फ्यूल (RDF) निकालेगा. गोंदिया ट्रेंचिंग ग्राउंड और एमआर 5 के डेढ़ लाख टन कचरे से 22500 मीट्रिक टन आरडीएफ निकलेगा. यह आरडीएफ प्रदूषणकारी कोयले का एक बेहतर विकल्प साबित होगा. जिससे सीमेंट और ऊर्जा संयंत्रों में बेचा जा सकेगा.

 

 

नगर निगम कमिश्नर अभिलाष मिश्रा ने शहरवासियों से अपील करते हुए कहा कि "उज्जैन शहर की जनता जिस प्रकार शहर की स्वच्छता को लेकर जागरूक और सकारात्मक रहती है. इसलिए घर से निकलने वाले कचरे को अलग-अलग डस्टबिन में रखते हुए गीला एवं सूखा कचरा घर के बाहर आने वाली कचरा गाड़ी को दें. ताकि भविष्य में इस प्रकार का लिगेसी वेस्ट (पुराना कचरा) ना तो निर्मित होगा ना ही रहवासियों को परेशानी होगी."