पृथ्वी शॉ ने विवादों पर दिया बड़ा बयान, अपने आप को बताया शांत इंसान

नई दिल्ली। पृथ्वी शॉ ने कहा कि वह भारतीय टीम में वापसी के लिए मेहनत कर रहे हैं और जल्द लोगों को पुराना पृथ्वी देखने को मिलेगा। पृथ्वी शॉ से अभिषेक त्रिपाठी ने विशेष बातचीत की। पेश हैं प्रमुख अंश:-

– ऐसे समय में जब भारतीय टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है तो आप अपनी वापसी को कैसे देखते हैं और कैसे तैयारी कर रहे हैं?
मेरी तैयारी चालू है। चाहे ट्रेनिंग की बात करें या क्रिकेट को लेकर, मैं कभी भी ज्यादा आगे के बारे में नहीं सोचता हूं। मैं वर्तमान में जीता हूं। मुझे आज क्या करना है, इस पर ज्यादा ध्यान रहता है। मैं उसी हिसाब से अपनी तैयारी कर रहा हूं। ज्यादा दूर का अभी नहीं सोच रहा हूं।

– एक पृथ्वी वो थे, जिन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू टेस्ट में शतक जड़ा, फिर एक समय आया जब आपका नाम विवादों में ज्यादा रहा। अब नया पृथ्वी कैसा होगा?
आप नया नहीं कह सकते है, बल्कि आपको अब पुराना पृथ्वी देखने को मिलेगा। दुनिया ने 2008 से लेकर 2023 तक जिस पृथ्वी शॉ को देखा है, अब उन्हें वही देखने को मिलेगा। मैं उसी दिशा में काम कर रहा हूं और आशा है कि मैं उसमें सफल रहूंगा।

– बल्लेबाजी के अलावा खुद में क्या बदलाव लाने का प्रयास किया है। कोई मानसिक ट्रेनिंग या परिवार से कुछ सीखा हो?
मेरा मानना है कि आपको दुनिया ही बहुत कुछ सिखा देती है। बीते कई सालों के अनुभव से काफी कुछ सीखने को मिला है, लेकिन मैं सकारात्मक चीजों पर ज्यादा ध्यान देता हूं। अच्छी बात है कि मुझे इतनी कम उम्र में यह सब देखने को मिला है, अभी देर नहीं हुई है। उसी हिसाब से मैं सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ रहा हूं और अपने बेसिक्स पर ध्यान दे रहा हूं। मैं पहले जितना क्रिकेट को समय देता था, अब उतना ही मैदान पर समय बिताता हूं।

– अब घरेलू क्रिकेट पर ज्यादा फोकस रहेगा ?
हां, बिल्कुल। घरेलू क्रिकेट से ही आपको सबसे ज्यादा अवसर मिलते हैं। अगर आप अच्छा प्रदर्शन करते हो तो कई रास्ते खुलते हैं। अब दिमाग में बस वही है कि घरेलू क्रिकेट में अपना शत प्रतिशत देना है।

– अब खुद को शांत रखने की कोशिश करते हैं?
मैं हमेशा से ही शांत स्वभाव का रहा हूं। कभी भी गर्म दिमाग का नहीं हूं।

– रोहित और विराट के संन्यास के बाद वर्तमान भारतीय टीम को कैसे देखते हैं, वहां पर अपनी जगह को कैसे देखते हैं?
भारत की टीम हमेशा से ही मजबूत रही है और हमेशा रहेगी क्योंकि भारत के पास खिलाड़ियों की कमी नहीं है। हां, रोहित और विराट भाई के जाने के बाद शीर्षक्रम में वैसा अनुभव शायद नहीं मिल पाए, लेकिन वर्तमान टीम के पास प्रतिभा की कमी नहीं है। सभी खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करेंगे।

– जो लोग आपकी प्रशंसा करते थे, वही लोग अब पीठ पीछे बुराई करते हैं। आपकी फिटनेस, व्यवहार पर प्रश्न उठाए जाते हैं, उस समय अपने आपको किस तरह आपने संभाला। किन लोगों ने उस कठिन समय में आपका साथ दिया?
उस समय मेरे साथ केवल मेरे पिता थे। शायद तब मुझे किसी की जरूरत भी महसूस नहीं हुई क्योंकि मुझे किसी को समझाना पसंद नहीं है। ऐसा नहीं है कि मुझसे गलतियां नहीं हुईं होंगी, सभी गलतियां करते हैं। आपने भी गलतियां की होंगी। बस बात यही है कि जिनको मैं पसंद नहीं हूं, वो बढ़ा-चढ़ाकर बात को बताते हैं। जिनको मैं पसंद हूं, वो कुछ नहीं बोलते क्योंकि वे मुझे समझते हैं। हालांकि मैं इन सब बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देता हूं क्योंकि मैं जानता हूं कि मैं कैसा व्यक्ति हूं। मैंने कभी भी किसी का बुरा नहीं चाहा। हमेशा चाहता हूं कि सब अच्छा करें। मैं लोगों की मानसिकता नहीं बदल सकता।

– उस समय कई लोगों ने आपको सलाह भी दी होगी, तो उसे आपने कैसे लिया?
मैं सभी को सुन लेता हूं। जो मुझे अच्छा लगता है, उसे रख लेता हूं।

– विवाद पृथ्वी के पास आते हैं या पृथ्वी विवाद के पास आते हैं?
काफी समय से ऐसा कुछ नहीं हुआ है, लेकिन एक बात मैं कहना चाहूंगा कि मुझे विवाद पकड़ लेते हैं। मैं तारक मेहता का उल्टा चश्मा का जेठा लाल हूं।