लखनऊ: सीएम योगी ने नगर विकास विभाग के कामों की समीक्षा करते हुए अवस्थापना मद से होने वाले कामों में लेटलतीफी होने पर मेयर के अधिकारों पर दोबारा विचार करने के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि अगर बजट का समय से सही इस्तेमाल करना होगा ताकि पारदर्शिता के साथ काम हो और प्रॉजेक्टों में अनावश्यक तरीके से देरी न हो। समीक्षा बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऐसा न होने पर मेयरों के अधिकारों पर दोबारा विचार करने की चेतावनी दी। इसके साथ ही उन्होंने सभी नगर निगमों में ईईएसएल का बकाया भुगतान तुरंत करने का निर्देश भी दिया। सूत्रों की मानें तो लखनऊ समेत कई नगर निगमों में अवस्थापना मद के बजट से होने वाले कामों में समय से काम न होने और भुगतान में लेटलतीफी की शिकायतें मिल रही थीं। कुछ नगर निगमों में मेयर और नगर आयुक्तों के बीच सहमति न बनने और विवाद की स्थिति होने की शिकायतें भी सामने आ रही थी। ऐसे में सीएम की इस टिप्पणी को काफी अहम माना जा रहा है।
30 तक कार्ययोजना सौंपेगा पीडब्ल्यूडी
सीएम योगी की समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताया कि रेस्टोरेशन एवं विशेष मरम्मत के लिए 2,750 किमी सड़कें चिह्नित की गई है। ग्रामीण विकास विभाग ने इसमें 62.99% प्रगति दर्ज की है। वहीं, नगर विकास विभाग ने 35.50% और अवसंरचना व औद्योगिक विकास विभाग ने 48.77% का इजाफा होने का दावा किया है। सीएम ने सभी विभागों के दावों को सुनने के बाद 30 सितंबर तक सर्वे कर कार्ययोजना देने को कहा है। लोक निर्माण विभाग को सर्वे और कार्ययोजना तैयार करने का जिम्मा दिया गया है। इसके बाद जल्द काम शुरू किया जाएगा।
नेपाल से जुड़ेंगे प्रदेश के कई जिले
सीएम ने उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर की रूपरेखा पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा यूपी में ज्यादातर राजमार्ग और एक्सप्रेसवे पूर्व-पश्चिम को जोड़ रहे हैं। ऐसे में अब नेपाल सीमा से लेकर प्रदेश के दक्षिणी छोर के जिलों को जोड़ने का नेटवर्क तैयार करने की जरूरत है।
दशहरा और छठ पूजा तक दुरुस्त होगी सभी सड़कें
मानसून के चलते खराब हुई सड़कों की मरम्मत दशहरा और छठ पूजा से पहले तक करनी होगी। इसके साथ ही ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरों की टूटी हुई सड़कें भी दोबारा बनाई जाएंगी। वहीं, आवासीय इलाकों की सड़कों से लेकर हाईवे और एक्सप्रेसवे तक पर उखड़ी हुई सड़क और उसके गड्डों को भी दुर्गा पूजा, दशहरा, दीपावली और छठ से पहले भरी जाएंगी और इन्हें इस तरह तैयार किया जाएगा, ताकि इन पर गाड़ी चलाने वालों को किसी तरह की दिक्कत न होने पाए। सीएम योगी ने प्रदेश में सड़को की मरम्मत और गड्ढामुक्ति अभियान की समीक्षा करते हुए यह दिशा निर्देश दिए। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि यूपी में 6,78,301 सड़कों (लंबाई 4,32,989 किमी) में से 44,196 किमी को गड्ढामुक्त करने का लक्ष्य तय किया गया है। इस दौरान सीएम ने एनएचएआई, मंडी परिषद, पीडब्ल्यूडी, ग्राम विकास, पंचायती राज, नगर विकास, सिंचाई, गन्ना एवं चीनी विकास विभाग समेत कई विभागों में चल रहे कामों की भी जानकारी ली। समीक्षा के दौरान बेहतर प्रदर्शन न करने वाले विभागों को काम में तेजी लाने का निर्देश देते हुए लापरवाही पर कार्यवाही की चेतावनी दी।